Mumbai News मुंबई(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र की राजनीति में आज का दिन अहम है। विधायक अयोग्यता केस में फैसला आज शाम चार बजे सुनाया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर फैसला पढ़ेंगे। इस पर राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश की नजर है। अगर विधानसभा अध्यक्ष, सीएम एकनाथ शिंदे और उनके गुट के विधायकों को अयोग्य ठहराते हैं तो मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी कौन संभालेगा? इस पर चर्चा चल रही है। हालांकि बीजेपी कह रही है कि सरकार को कोई खतरा नहीं है।
भाजपा का प्लान बी
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने एक दिन पहले कहा था कि फैसले के बावजूद हमारी सरकार स्थिर रहेगी। हमारा गठबंधन कानूनी तौर पर वैध है। फडणवीस ने कहा कि हमें उम्मीद है कि विधानसभा अध्यक्ष का नतीजा हमारे पक्ष में आएगा। उपमुख्यमंत्री के बयानों से साफ है कि अगर फैसला शिंदे के खिलाफ आया तो बीजेपी प्लान बी शुरू करेगी।
शिवसेना में बगावत की तारिख कब?
दरअसल 20 जून 2022 को एकनाथ शिंदे ने बगावत कर दिया था। उन्हें शिवसेना के 40 विधायकों का समर्थन था। इसके बाद राज्य में उद्धव ठाकरे सरकार गिर गई। शिंदे का गुट बीजेपी के साथ चला गया और राज्य में तख्तापलट हो गया। शिंदे मुख्यमंत्री बने और फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली। इस बीच ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। कोर्ट ने पहले फैसला सुनाने के लिए 31 दिसंबर 2023 की डेडलाइन दी थी। इसके बाद 10 दिन की मोहलत और दी गई। यह आज समाप्त हो रहा है।
शिंदे सरकार जाएगी या बचेगी?
विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों पक्षों की बात सुनी है। कानूनी विशेषज्ञों से चर्चा की गई है। अयोग्यता को लेकर फैसला आज शाम 4 बजे तक आ सकता है। कानूनी विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर फैसला शिंदे गुट के खिलाफ आया तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उनके गुट के मंत्रियों और विधायकों को तुरंत इस्तीफा देना होगा। तकनीकी तौर पर भी सरकार को संकट का सामना करना पड़ेगा।
बीजेपी गठबंधन के पास बहुमत कितना?
इसके बाद नई सरकार बनाने की हलचल शुरू हो जाएगी। बीजेपी गठबंधन के पास बहुमत होगा। क्योंकि कुछ महीने पहले अजित पवार के गुट ने बीजेपी से हाथ मिला लिया और सत्ता में आ गए थे। अजित पवार का दावा है कि उनके साथ 40 विधायक हैं। विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं। बहुमत के लिए 145 विधायकों का समर्थन जरूरी है। 2019 में बीजेपी ने 105 सीटें जीती थीं। अगर अजित पवार का गुट, सरकार को समर्थन दे रहे छोटे दल और कुछ निर्दलीय विधायकों को एक साथ जोड़ लिया जाए तो बहुमत साबित हो जाएगा।
शिंदे सरकार गिरी तो अगला मुख्यमंत्री कौन?
अगर शिंदे अयोग्य करार दिए गए तो भी राज्य में एक बार फिर गठबंधन सरकार बनेगी। लेकिन मुख्यमंत्री नए होंगे। ऐसे में अजित पवार का गुट भारी पड़ सकता है। बीजेपी अजित पवार को राज्य का नेतृत्व दे सकती है। राज्य सरकार के पास अब कुछ ही महीने बचे हैं। इसलिए पवार को मुख्यमंत्री पद दिया जा सकता है।