National News नई दिल्ली (व्हीएसआरएस न्यूज) भीषण तबाही मचाने के बाद बिपरजॉय तूफान गुजरात की सीमा को पार कर चुका है। अब वह पाकिस्तान को पार करता हुआ तेजी से राजस्थान के बाड़मेर शहर की ओर बढ़ रहा है। गुजरात में लैंडफॉल के बाद चक्रवात कमजोर पड़ गया है। इस वक्त हवा की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा है। लेकिन अब भी अपने साथ इतनी बारिश लेकर चल रहा है कि राजस्थान के 5 शहर रेड अलर्ट पर हैं।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात से तो गुजर गया, लेकिन पीछे छोड़ गया मुसीबत की मूसलाधार बारिश और आफत का सैलाब। सबसे भयानक असर कच्छ और सौराष्ट्र के 8 जिलों में रहा. यहां तूफान अपने पीछे भारी तबाही छोड़ हो गया है। जगह-जगह पेड़ और खंभे गिर गए। 22 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। जब तूफान आया तो सैकड़ों पेड़ उखड़ गए, गाड़ियां खिलौनों की तरह पलट गईं। आलम ये था कि हवाएं सबकुछ उखाड़ फेंकने पर तुल गई थीं।दरअसल, भीषण तबाही मचाने के बाद बिपरजॉय तूफान गुजरात की सीमा को पार कर चुका है। अब वह पाकिस्तान को पार करता हुआ तेजी से राजस्थान के बाड़मेर शहर की ओर बढ़ रहा है। गुजरात में लैंडफॉल के बाद चक्रवात कमजोर पड़ गया है। इस वक्त हवा की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा है।लेकिन अब भी अपने साथ इतनी बारिश लेकर चल रहा है कि राजस्थान के 5 शहर रेड अलर्ट पर हैं।
1 हजार से अधिक गावों में अब भी बत्ती गुल
गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र में चक्रवात से 5,120 बिजली के खंभे टूटे हैं, जिसके चलते 4,600 गांवों की बत्ती गुल हो गई। हालांकि यहां किसी भी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है। वहीं अधिकारियों ने बताया कि 3,580 गांवों में बिजली की आपूर्ति बहाल कर दी गई है, जबकि 1,000 से अधिक गांवों में अभी भी बिजली नहीं है। इसके अलावा करीब 600 पेड़ इस तूफान में उखड़े हैं। इसके चलते तीन स्टेट हाइवे पर ट्रैफिक का संचालन ठप हो गया। वहीं सैकड़ों कच्चे मकान भी तूफान की भेंट चढ़ गए. दर्जनों वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।