Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) नागरिकों के स्वास्थ्य एवं जनहित को ध्यान में रखते हुए नागरिकों को स्वच्छ एवं शुद्ध भोजन मिलना आवश्यक है। इसके लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन मंत्री धर्मराव बाबा अत्राम ने निर्देश दिया कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वाले विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। वह वीवीआईपी रेस्ट हाउस में आयोजित खाद्य एवं औषधि प्रशासन के पुणे डिवीजन की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। पुणे विभागीय संयुक्त आयुक्त (खाद्य) सुरेश अन्नपुरे, संयुक्त आयुक्त (ड्रग्स) एस. वी प्रतापराव, साथ ही पुणे संभाग के खाद्य एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त उपस्थित थे।
त्योहारी सीजन के दौरान नागरिक तरह-तरह की मिठाइयां खरीदते हैं। ऐसे में नागरिकों को देखना चाहिए कि उन्हें मिलावट रहित, स्वच्छ भोजन कैसे मिल सके। होटल के रसोईघर की साफ-सफाई की समय-समय पर जांच की जानी चाहिए। कार्यालय में प्राप्त शिकायतों पर तत्काल कार्यवाही की जाय। वर्तमान समय में नागरिकों का रूझान भी ऑनलाइन शॉपिंग की ओर बढ़ रहा है, इस पर नजर रखी जानी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि कॉस्मेटिक, एलोपैथिक, आयुर्वेदिक निर्माताओं का लगातार निरीक्षण किया जाना चाहिए।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन को मजबूत करने के लिए शासन स्तर पर प्रयास किये जायेंगे। 60 कर्मचारियों की नियुक्ति बाह्य व्यवस्था से की जायेगी। प्रशिक्षण एवं प्रयोगशाला भवन हेतु धनराशि स्वीकृत की गई है। वाहनों की मरम्मत भी बाहरी सिस्टम से होगी। मंत्री अत्राम ने बताया कि व्यपगत पदों को पुनर्जीवित करने की प्रक्रिया चल रही है और विभाग की संरचना में संशोधन किया जायेगा। कुछ स्थानों पर कार्यालय स्थान का प्रश्न है और इस संबंध में एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाना चाहिए। खाद्य एवं औषधि प्रशासन को दिए गए लक्ष्य से अधिक काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि प्रशासन की कोई समस्या है तो उसका समाधान किया जायेगा, जिसके लिए धन की कमी नहीं होने दी जायेगी। इस अवसर पर पुणे विभाग में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के कार्य को प्रस्तुत किया गया।