Pune News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) प्रदेश में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। इनमें ठाणे, पुणे और मुंबई में कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज हैं। हालांकि, कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा होने के बावजूद यह बात सामने आयी है कि पुणे पालिका के किसी भी अस्पताल में कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए टीकाकरण जरूरी है। लेकिन पुणे में वैक्सीन की कमी है। इसलिए, पुणे के निवासियों को टीके के लिए दर दर भटकना पडता है।
पुणे पालिका के अस्पताल में टीकाकरण उपलब्ध नहीं,टीकाकरण बंद
नायडू अस्पताल, कमला नेहरू, ससून अस्पताल, सुतार दवाखाना जैसे नगरपालिका अस्पतालों ने टीकाकरण केंद्र बंद कर दिया है क्योंकि टीका उपलब्ध नहीं है। टीकों का स्टॉक नहीं होने के कारण पुणे पालिका में टीकाकरण रोक दिया गया है। मार्च माह से राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, लेकिन पुणे में टीकाकरण बंद होने का खामियाजा नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। पुणे पालिका अस्पताल में वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने के कारण यह टीकाकरण रोक दिया गया है। अगले 8 दिनों में इस अस्पताल में कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी और टीकाकरण किया जाएगा। पुणे नगरपालिका के स्वास्थ्य प्रमुख डॉक्टर भगवान पवार ने जानकारी दी है कि पुणे शहर में स्थिति नियंत्रण में है और प्रशासन सावधानी बरत रहा है। लिहाजा पुणे के लोगों को वैक्सीन के लिए कम से कम 8 दिन का इंतजार करना होगा।
8 दिन में उपलब्ध होगी वैक्सीन…
इन सभी अस्पतालों में पुणेकर टीकाकरण के लिए आ रहे हैं। लेकिन उन्हें बिना टीका लगाए ही लौटना पड़ रहा है। कई लोग अस्पताल में वैक्सीन के बारे में जानकारी लेने आ रहे हैं। लेकिन नागरिकों को बताया जा रहा है कि 8 दिन में वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। पिछले कुछ महीनों में कोरोना का ग्राफ गिरा था। लेकिन, अब एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच हफ्तों में देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। मंत्रालय ने राज्यों को कोविड से निपटने के लिए चार टी यानी टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण (टीकाकरण) का पालन करने की सलाह दी है। केंद्र सरकार ने नई गाइडलाइंस भी जारी की हैं।
घबराएं नहीं, सावधान रहें
नीति आयोग ने कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाने की अपील की है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और जहां तक हो सके भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से अपील की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने सलाह दी है कि घबराएं नहीं, बल्कि सावधानी बरतें।