पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड में स्वास्थ्य कर्मचारी,डॉक्टर,नर्स,वॉर्डव्वॉय और नर्सों ने कोरोना संकट के दौरान रोगियों की सेवा करके अपना कर्तव्य निभाया। लेकिन खुद के साथ अन्याय होते देख कोरोना योद्धा कडाके की ठंड में भूख हडताल पर चले गए। मनपा भवन के बाहय गेट के सामने हडताल पर बैठे है। उनकी कुछ मांगें पालिका प्रशासन से है।
पिंपरी-चिंचवड़ पालिका ने कोरोना महामारी में अनुबंध के आधार पर स्वास्थ्य कर्मियों को काम पर रखा था। पांच सौ से अधिक स्वास्थ्य कर्मियोेंं ने कोविड केंद्रों और अस्पतालों में कोविड रोगियों की सेवा करके अपना कर्तव्य निभाया। हालांकि पालिका ने 500 से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारियों को हटा दिया है क्योंकि कोरोना स्थिति नियंत्रण में है। इस मामले में स्वास्थ्य कर्मचारियों,जो कोरोना योद्धा हैं,ने पालिका भवन के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। जिसमें मांग की गई है कि अनुबंध को फिर से बहाल किया जाए।
भूखहडताल में कुछ महिलाएं,परिवार भी वहां बैठे हैं और अपनी बेटियों के साथ छोटे बच्चों के साथ कडाके की ठंड में न्याय की गुहार लगा रहे है। एक ओर कोरोना रोगियों की बढ़ती तस्वीर है। साथ ही उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने चेतावनी दी है कि कुछ कठोर कदम उठाने होंगे। इसलिए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि कोविड के बीमार होने पर कुछ ही दिनों में स्वास्थ्य कर्मचारियों की आवश्यकता उत्पन्न हो सकती है। इस बीच पिछले पांच दिनों से कई स्थानीय राजनेता अपना समर्थन देते नजर आ रहे है।