पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) भोसरी के रामस्मृति मंगल कार्यालय हिरा लॉन्स कोविड सेंटर में एक भी मरीज नहीं लेकिन पालिका को 5 करोड का बिल थमाया गया। पिंपरी चिंचवड मनपा में भाजपा राज में यह संभव हुआ है। सबसे बडी बात यह है कि यहां केवल बेड की उपलब्धता थी। बाकी कोई सुविधा नहीं थी। मरीजों की संख्या घटने पर एक भी मरीज दोनों सेंटरों में भर्ती नहीं थे फिर भी 5 करोड 26 लाख 60 हजार 800 हजार रुपये का बिल पालिका स्थायी समिति में मंजूरी के लिए पेश किया गया।
कोविड सेंटर खोलने के लिए अ,ब,क श्रेणी में शुरु किया गया था। भोसरी का रामस्मृति सेंटर अ श्रेणी में है। स्पर्स हॉस्टिपल में सेंटर खोलने की अनुमति अतिरिक्त आयुक्त अजित पवार ने 7 अगस्त 2020 को दिया था। 1 हजार 239 रुपये प्रतिदिन प्रति बेड का रेट निर्धारित किया गया। सिक्युरिटी डिपॉजिट नहीं भरा गया,मैन पॉवर कितना लगा इस बारे में कोई रिपोर्ट जमा किए बिना करारनामा किया गया। 45 दिनों के बाद मैनपॉवर की सूची पेश की गई। स्टाफनर्स की रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र नहीं दिया गया। सेंटर में आवश्यक सुविधाओं की पूर्ति नहीं की गई। सभी लापरवाही के लिए डॉ.हरकुंदे को दोषी ठहाराया गया है। मुख्य लिपिक ने नियमानुसार कार्रवाई करने की सिफारिश की है।
कोविड महामारी के दौरान 220 करोड रुपये खर्च होने का दावा किया जा रहा है। करारनामा,डिपॉजिट रकम न जमा करने के बावजूद 3 करोड रुपये सेंटरों को दिया गया। सभी कामकाज संदेह के घेरे में है। काम का आदेश और कर्मचारियों की हाजिरी रिकॉर्ड नहीं दिया गया। सभी प्रक्रिया गलत ढंग से की गई और स्थायी समिति में बिल कई गुना बढा करके पेश किया गया। भारी विरोध के चलते विषय को स्थगिती दी गई। शिवसेना के गुट नेता राहुल कलाटे ने कहा कि संपूर्ण जानकारी मिलने के बाद ही बिल पर विचार किया जाना चाहिए।