Pune News: पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे रेलवे डिवीजन वर्तमान में पुणे-मुंबई के बीच डेक्कन क्वीन और डेक्कन एक्सप्रेस को विस्टाडोम डिब्बों के साथ चला रहा है, जिसे यात्रियों से जबरदस्त रिस्पांस मिल रही है। यात्रियों से मिले अच्छे रिस्पांस को देखते हुए रेल प्रशासन ने पुणे-मुंबई प्रगति एक्सप्रेस और पुणे-सिकंदराबाद शताब्दी एक्सप्रेस में ऐसे कोच शुरू कर दी है। 25 जुलाई से प्रगति एक्सप्रेस और 10 अगस्त से शताब्दी एक्सप्रेस को बहाल कर दिया गया है। पुणे-मुंबई मार्ग पर विस्टाडोम डिब्बों में यात्रा करते समय यात्री नदियों,घाटियों,झरनों के दृश्यों का आनंद लेते हैं। जिसमें खंडाला में माथेरान हिल्स,सोंगीर हिल्स,उल्हास नदी,घाट क्षेत्र शामिल हैं। विस्टा डोम को मुंबई-पुणे एक्सप्रेस हाईवे के मनोरम दृश्य को पकड़ने के लिए स्थापित किया गया था। ताकि यात्री प्रकृति की सुंदरता का अनुभव कर सकें।
यात्री अब पुणे-सिकंदराबाद शताब्दी एक्सप्रेस में भी यात्रा करते हुए सुंदर,मनोरम दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। विस्टाडोम कोचों के विशेष आकर्षणों में चौड़ी खिड़की के पैनल और कांच की छतें,चल सीटें और पुशबैक कुर्सियाँ शामिल हैं। विस्टाडोम कोच भारतीय रेलवे की एक नई पहल है। यह यात्रियों की यात्रा को यादगार भी बनाता है। साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है। जिस ट्रेन में यह कोच लगाया जा रहा है उसमें यात्रियों के लिए कुल 44 सीटें हैं। ये सीटें न सिर्फ आरामदायक हैं बल्कि इनमें काफी लेगरूम भी है। इसमें बच्चे से लेकर बूढ़े तक लोग आराम से सफर कर सकते हैं। कुंडा कुर्सियाँ भी हैं।
विस्टा डोम कैसा है?
इस विस्टाडोम कोच में तीन तरफ कांच की खिड़कियां हैं, यह कोच पूरी तरह से पारदर्शी है। कोच को जन शताब्दी के पीछे लगाया जाएगा, ताकि लोग न केवल अंदर से दृश्य देख सकें बल्कि ट्रेन के स्टेशन से निकलने पर उन्हें रिकॉर्ड भी कर सकें। विस्टाडोम कोचों में कांच की छत भी होती है। लोग रात की यात्रा के दौरान पहाड़ों और घाटियों,आकाश में सितारों और चंद्रमा से गुजरते हुए सुंदर बादलों के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्यों का आनंद उठा सकेंगे।