Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे शहरवासियों की जीवनदायनी खडकवासला बांध ओवरफ्लो होने से 6848 क्यूसेक पानी नदी में प्रवाहित किया गया। यह पानी एक वर्ष तक शहर के लोगों को पीने के लिए इस्तेमाल होता है। लेकिन बांध की क्षमता से ज्यादा पानी भरने और फटने के डर से नदी में छोडा गया।
शहर को पानी की आपूर्ति करने वाले चार बांधों टेमघर,वरसगांव,पानशेत और खड़कवासला में कुल 29.10 टीएमसी यानी 99.83 फीसदी जल संग्रहण जमा हो गया है। इन चारों बांधों के क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है। सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक टेमघर बांध में 40 मिमी,वरसगांव बांध क्षेत्र में 20 मिमी,पानशेत बांध क्षेत्र में 18 मिमी,खड़कवासला बांध क्षेत्र में एक मिमी बारिश हुई। बारिश दर्ज की गई। खड़कवासला बांध मंगलवार सुबह मुठा नदी में 1929 क्यूसेक पानी छोड़ रहा था। बारिश में वृद्धि के कारण सुबह 11 बजे के बाद पानी में 3424 क्यूसेक की वृद्धि हुई। वरसगांव बांध से 1458 क्यूसेक और पानशेत बांध से 977 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसलिए खडकवासला बांध से पानी दोपहर 1 बजे के बाद बढ़ाकर 4280 क्यूसेक कर दिया गया। टेमघर बांध क्षेत्र में 35 मिमी, वरसगांव और पानशेत बांध क्षेत्र में दिन में 26 मिमी. और 27 मिमी, जबकि खड़कवासला बांध क्षेत्र में आठ मिमी बारिश हुई है। इसलिए शाम 5 बजे के बाद बढ़ाकर 5136 क्यूसेक और शाम 6 बजे के बाद इसे बढ़ाकर 6848 क्यूसेक कर दिया गया।
इस बीच शहर को हर महीने डेढ़ से डेढ़ टीएमसी पानी की जरूरत होती है। तदनुसार,एक वर्ष में पालिका द्वारा बांध से 16 से 17 टीएमसी पानी लिया जाता है। इस सीजन के अनुसार खड़कवासला बांध से अब तक 16 टीएमसी पानी छोड़ा जा चुका है। इसलिए नदी में इतना पानी छोड़ा गया है कि शहर को पूरे एक साल के लिए पर्याप्त पानी मिल सके।
13 बांधों से पानी छोड़ना शुरू हो गया है
पिंपलगांव जोगे,वडाज,डिंभे,घोड़,विसापुर,चिल्हेवाड़ी,कलामोदी,भामा आस्खेड,आंध्र,खडकवासला,नजर,वीर और उजनी नामक 13 बांध क्षमता से भरे हुए हैं। इसलिए जल संसाधन विभाग ने कहा कि फिलहाल इन बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है।