पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिछले 50 वर्षों से पिंपरी चिंचवड शहर के लाखों लोग छठमहापूजा का पर्व धूमधाम से मनाते आ रहे है। इस वर्ष कोरोना,लॉकडाउन के चलते शासन-प्रशासन की गाइडलाइन अभी तक जारी नहीं हो सकी। कल 18 नवंबर से छठ महापर्व शुरु हो रहा है जो 21 नवंबर तक चलेगा। लेकिन आज तक गाइडलाइन पर सस्पेंस बरकरार है। पिंपरी चिंचवड के लाखों व्रतियों को गाइडलाइन का इंतजार है। यह पर्व प्राकृतिक की गोद में नदियों के किनारे मनाया जाता है। बाजारपेठ खुले,मधुशाला खुले,शिवालय खुले,उद्योग धंधे खुला,गणेशोत्सव,नवरात्रि,दिवाली,ईद बकरीद मनाने के लिए शर्तों के साथ गाइडलाइन जारी हुई फिर हिन्दूओं की आस्था से जुडे छठ महापूजा पर्व पर गाइडलाइन जारी करने में इतना विलंब क्यों? लाखों छठव्रति चिंतित हैं,हैरान हैं,परेशान हैं,निराश हैं,मायूस हैं और गाइडलाइन को लेकर भ्रमित हैं।
पिंपरी चिंचवड शहर में कुल 17 घाटों पर छठपूजा हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। यह लाखों भक्तों की आस्था और विश्वास से जुडा महापर्व है। लेकिन शासन-प्रशासन की उदासीनता को देखते हुए लाखों व्रति महिलाओं की धार्मिक आस्था पर चोट पहुंचाने का काम हो रहा है। वर्तमान में अगर शहर के घाटों की स्थिति देखे तो घाट कूडेदान में तब्दील हो गए है। नदियों का पानी गटर नालों में तब्दील हो गए है। चारों तरफ गंदगी,बदबू का अंबार लगा है। नदियों की साफ सफाई निर्मल जल बनाने के लिए पालिका अब तक करोडों रुपये खर्च कर चुकी है। लेकिन वर्तमान में घाटों,नदियों के पानी प्रशासन के दावों की पोल खोल रहा है। शहर स्वच्छ और नदी,घाट अस्वच्छ है। शहर के मोशी घाट,पिंपरी झुलेलाल घाट,चिंचवड बिरला घाट,मोरया गोसावी घाट,थेरगांव बोट क्लब घाट,पिंपरी गांव घाट,रहाटणी घाट,देहूरोड,दिघी,गणेश तालाव समेत 17 नदी घाटों में 20 नवंबर की शाम छठ महापर्व पूजा मनाई जाने वाली है। जिसमें छठव्रति महिलाएं,पुरुष घाटों पर पूर्जा अर्चना के बाद सूर्यास्त देवता की आराधना करते है,अर्ध देते है। और 21 नवंबर की सुबह सूर्यास्त होते ही फिर सूर्यदेवता की आराधना,पूजा,अर्ध देने के साथ ही छठ महापूजा पर्व की समाप्ति होती है। कुल 4 दिन तक 48 घंटे कठिन व्रत के साथ छठमैय्या की पूजा,आराधना की जाती है।
पिंपरी चिंचवड शहर की सबसे बडी विश्व श्रीराम सेना सामाजिक संगठना के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालबाबू गुप्ता, विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के स्थानीय नेतागण समेत कई सामाजिक,धार्मिक संगठनों ने पालिका आयुक्त श्रावण हर्डीकर और पिंपरी चिंचवड शहर पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश को लिखित पत्र देकर घाटों पर छठपूजा पर्व मनाने हेतू अनुमति की मांग की है। घाटों पर मूलभूत सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है। जिसमें घाटों,नदी की साफ सफाई,रोशनाई,आरोग्य,पानी,विद्युत,पुलिस सुरक्षा इत्यादि की मांग की है ताकि छठव्रति महिलाएं,बच्चों,पुरुषों को कोई अडचन उत्पन्न न हो और कोई अनहोनी घटना न घटे। साथ ही सामाजिक संगठनों के प्रमुखों ने पालिका,पुलिस प्रशासन को आश्वस्त किया है कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वाहन करते हुए इस वर्ष सारे संस्कृति,धार्मिक कार्यक्रमों को रद्द किया गया है। मोशी घाट पर काशी गंगा आरती को भी आयोजकों ने रद्द करने की घोषणा की है। सामाजिक दूरी,कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जाएगा। लाखों छठव्रति की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अनुमति देने की पूरजोर मांग की है।
उद्योगनगरी के लाखों छठव्रतियों की नजरें अब शासन-प्रशासन की गाइडलाइन की ओर टिकी है। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि आज शाम या कल तक गाइडलाइन जारी हो जाएगी। अब देखना होगा कि गाइडलाइन में क्या निकलकर आता है? क्या क्या शर्तें,नियम लागू होते है? लाखों भक्तों की आस्था के अधिकारों और आजादी पर कितना कैंची चलाई जाती है? यह देखना अभी बाकी है।