New Dlehi नई दिल्ली (व्हीएसआरएस न्यूज) रूस ने यूक्रेन पर हमला बोला। चीन ने ताइवान पर तल्खी दिखाई। नतीजा पिछले साल दुनिया का मिलिट्री खर्च बढ़ गया। साल 2022 में मिलिट्री खरीद पर 183 लाख करोड़ रुपए खर्च किए गए। यह अब तक का सबसे बड़ा मिलिट्री खर्च है। इस खर्च में भारत चौथे पायदान पर रहा है। सबसे ऊपर है अमेरिका, फिर चीन, रूस, भारत और सऊदी अरब।
अमेरिका, रूस और यूरोपीय देशों के रक्षा खर्च में जो इजाफा हुआ है, वह रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से हुआ है। जबकि भारत का अपनी सुरक्षा को लेकर की जा रही तैयारियों की वजह से। भारत साल 2021 में रक्षा खर्च के मामले में दुनिया में तीसरे स्थान पर था लेकिन 2022 में चौथे स्थान पर पहुंच गया। क्योंकि हर देश किसी ने किसी देश से डरा हुआ है। यह लगातार आठवां साल है, जब दुनिया भर में सेनाओं पर खर्च को बढ़ाया गया है। रूस के डर से यूक्रेन ने अपना रक्षा खर्च 6 गुना बढ़ाया है। उसी डर की वजह से फिनलैंड नाटो का 31वां सदस्य देश बना। फिनलैंड ने 36 फीसदी कर दिया अपना रक्षा बजट। जबकि लिथुआनिया ने 27 फीसदी बढ़ा दिया है। यह खुलासा स्टॉकहोम की संस्था स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अपने रिपोर्ट में की है।
सबसे ज्यादा खर्च करने वाले पांच बड़े देश
अमेरिकाः 71 लाख करोड़ रुपए (0.7% बढ़ोतरी)
चीनः 23 लाख करोड़ रुपए (4.2% का इजाफा)
रूसः 7 लाख करोड़ रुपए (9.2% की बढ़त)
भारतः 6 लाख करोड़ रुपए (6% बढ़ोतरी)
सऊदी अरबः 5.8 लाख करोड़ रुपए (16% बढ़ा)
चीन लगातार भारतीय सीमा पर तैयारियां मजबूत कर रहा है। साथ ही उसने ताइवान पर हमला करने की पूरी तैयारी कर रखी है। चीन लगातार 28वें साल अपना सैन्य बजट बढ़ाया है। इसका बजट अब 23 लाख करोड़ रुपए हो चुका है। दक्षिण चीन सागर और ताइवान के साथ तनाव इसकी बड़ी वजह है।
पाकिस्तान ने अपने बजट को 6% बढ़ाया
पाकिस्तान का रक्षा खर्च साल 2021-22 में 6 फीसदी बढ़ा था. जिसे 2022-23 में फिर 2.69 फीसदी बढ़ाया गया। साल 2022 में पाकिस्तान का रक्षा खर्च 1.52 लाख करोड़ था. जबकि, साल 2021 में 1.37 लाख करोड़ रुपए था। जिसे बाद में रिवाइज करके 1.45 लाख करोड़ किया गया था। यह बजट तब बढ़ाया गया जब पाक रक्षा मंत्रालय ने बजट बढ़ाने की मांग की थी।
दुनिया भर के ताकतवर देश लगातार नई-नई मिसाइलों का परीक्षण
अगर सिर्फ अमेरिका की बात करते हैं तो उसने साल 2022 में पूरी दुनिया के रक्षा खर्च का 39 फीसदी हिस्सा अकेले खर्च किया है। जो चीन के रक्षा खर्च से तीन गुना ज्यादा है। जबकि, चीन दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा मिलिट्री खर्च वाला देश है। उधर, चीन और उत्तर कोरिया के डर से जापान ने अपने रक्षा बजट को बढ़ाकर 3 लाख करोड़ कर दिया है। यह साल 1960 के बाद सबसे ज्यादा है। सिप्री के शोधकर्ता नान तिआन कहते हैं कि हम लगातार असुरक्षित होते जा रहे हैं। ये हथियार हमें सुरक्षा नहीं देंगे। ज्यादा हथियार यानी ज्यादा खतरा। इस समय पूरी दुनिया को तीन देशों से सबसे ज्यादा खतरा है। ये हैं रूस, चीन और उत्तर कोरिया। हो सकता है कि ये भविष्य में कोई हमला न करें लेकिन इनसे बाकी देश खतरा महसूस करते हैं।