Pune News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे में रक्षा अनुसंधान संगठन यानी डीआरडीओ के निदेशक को एटीएस ने गिरफ्तार किया है। एटीएस को शक है कि हनीट्रैप में कुछ संवेदनशील जानकारियां मिली हैं और पाकिस्तान को भेजी गई हैं। एटीएस ने उसके खिलाफ मुंबई में मामला दर्ज किया है। पुणे पुलिस अब इसकी और जांच कर रही है। गिरफ्तार डायरेक्टर का नाम डॉ.प्रदीप कुरुलकर है।
डीआरडीओ एक ऐसी संस्था है जो देश की सेना के लिए हाईटेक हथियारों का निर्माण करती है। इस संस्था के निदेशक की पुणे में गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया है। इस डायरेक्टर पर वीडियो चैट के जरिए पाकिस्तान को देश की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील जानकारी मुहैया कराने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में एटीएस ने केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुणे में रक्षा अनुसंधान संस्थान के निदेशक ने अपने कार्यालय से पाकिस्तान खुफिया ऑपरेटिव (पीआईओ) के एक अंदरूनी सूत्र के साथ इस संवेदनशील जानकारी को साझा किया। बताया गया है कि वे सोशल मीडिया, व्हाट्सएप, वॉयस मैसेज, वीडियो कॉल के जरिए संपर्क में था। उसके बाद आतंकवाद निरोधी दस्ते ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है।
फरवरी के महीने में भारतीय खुफिया एजेंसियों को पता चला कि प्रदीप कुरुलकर अनजाने में हनी ट्रैप में फंस गए हैं और वीडियो चैट और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान में खुफिया एजेंसियों के संपर्क में हैं। इसके बाद इसकी जानकारी डीआरडीओ को दी गई। डीआरडीओ के सतर्कता विभाग ने मामले की जांच की और एक रिपोर्ट तैयार की। इस रिपोर्ट की प्रतियां विभिन्न भारतीय जांच एजेंसियों को दी गईं। उसके बाद महाराष्ट्र एटीएस ने मामले की जांच की और डॉ.प्रदीप कुरूलकर को गिरफ्तार कर लिया गया। डॉ.प्रदीप कुरुलकर इसी साल नवंबर में रिटायर होने वाले थे। अब तक की जांच में पाया गया है कि वे अनजाने में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के संपर्क में आ गए थे। इस बात की जांच की जा रही है कि क्या वाकई प्रदीप कुरुलकर ने पाकिस्तान को कोई संवेदनशील जानकारी मुहैया कराई थी।