मुंबई । व्हीएसआरएस न्यूज़ :गुरुवार को कोरोना वायरस ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और देशभर में संक्रमण के 2 लाख से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए। देश में कोरोना वायरस का बड़ा विस्फोट हुआ है। पहली बार एक दिन के भीतर कोरोना वायरस के 2 लाख से भी ज्यादा मामले मिले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को आंकड़े जारी करते हुए बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना वायरस के 2,00,739 नए केस सामने आए हैं। इस दौरान 93,528 मरीज ठीक हुए हैं और 1,038 लोगों की जान कोरोना वायरस की वजह से गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि नए मरीज मिलने के बाद देश में कोरोना वायरस के कुल केस बढ़कर 1,40,74,564 हो गए हैं, जिनमें से 1,24,29,564 मरीज अभी तक ठीक हुए हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना के तांडव के बीच दिल को झकझोर देने वाली कई खबरें सामने आ रही हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री ने कोरोना संकट को लेकर सभी विभागों के कमिश्नर, कलेक्टर, महानगरपालिका कमिश्नर और पुलिस अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। मुख्यमंत्री ने कर्फ्यू नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के स्पष्ट निर्देश कलेक्टर और पुलिस प्रशासन को दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पाबंदियों को कठोरता से लागू किया जाना चाहिए। DGP संजय पांडे ने स्पष्ट किया है कि इस बार नियम को और कड़ाई से लागू किया जाएगा। इस बार बेवजह बाहर घूमने वालों के खिलाफ लाठी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
14 अप्रैल बुधवार रात 8 बजे से महाराष्ट्र में मिशन “ब्रेक द चेन” शुरू हो गया है, जिसके तहत राज्यभर में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है। सरकार ने इसे नाम दिया है “ब्रेक द चेन”। महाराष्ट्र में जिस दिन ब्रेक द चेन लागू हुआ है उस दिन संक्रमण के नए मामले 58,952 दर्ज किए गए।बुधवार रात 8 बजे के बाद एक स्थान पर 5 या ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकेंगे। यह नियम 1 मई की सुबह 8 बजे तक जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री के 6 बड़े निर्देश
- कर्फ्यू के दौरान जिंदगी के लिए जरूरी और बहुत जरूरी सेवा सुविधाएं बंद नहीं रहेंगी, लेकिन इन गतिविधियों के लिए नियमों का उल्लंघन और भीड़ नहीं होनी चाहिए। यदि नियमों का पालन नहीं हो रहा होगा तो इन सुविधाओं को बंद करने का फैसला स्थानीय प्रशासन लेगा।
- सरकार की ओर से कमजोर और गरीबों के लिए घोषित आर्थिक सहायता व्यवस्थित रूप से पहुंचाई जानी चाहिए। आर्थिक सहायता पहुंचाने में किसी प्रकार की शिकायतें नहीं मिलनी चाहिए।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के मरीजों के लिए तैयार की गई जंबो सुविधा मानसून को देखते हुए सुरक्षित है या नहीं इसकी जांच की जाए। सभी अस्पतालों का फायर सेफ्टी ऑडिट तुरंत करें। इस काम में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए।
- कोरोना संक्रमण का म्यूटेशन नमूने में पाया गया है। पिछली बार की तुलना में महामारी की गति काफी तेज है। युवा ज्यादा संक्रमित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि माइक्रो और मिनी कंटेनमेंट जोन की ओर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन और रेमडेसिविर का उचित और सही इस्तेमाल होना चाहिए।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के फैलाव के लिए विवाह समारोह जिम्मेदार नजर आए हैं। इसलिए जिला और पुलिस प्रशासन विवाह समारोह में सभी नियमों का पालन सुनिश्चित करे।
- कोरोना नियंत्रण टास्क फोर्स के डॉक्टर संजय ओक ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन का बेवजह इस्तेमाल टाला जाना चाहिए।
महाराष्ट्र के डीजीपी संजय पांडे ने कहा…. राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) संजय पांडे ने संचार बंदी (कर्फ्यू) के दौरान पुलिस को आम लोगों के खिलाफ अनावश्यक बल प्रयोग से बचने के निर्देश दिए है। हालांकि डीजीपी ने यह भी कहा कि बगैर जरुरत घर से निकलने वालों के खिलाफ पुलिस लाठी का इस्तेमाल भी कर सकती है। उन्होंने कहा कि सभी यूनिटों को कहा गया है कि बिना ठोस वजह लाठी का इस्तेमाल न करें। साथ ही उन्होंने जानबूझकर नियमों का उल्लंघन करने वालों से साथ कड़ाई से पेश आने को कहा है। राज्य में संचारबंदी के मद्देनजर डीजीपी पांडे ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने आम लोगों से अपील की कि वे सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें और पुलिस को लाठी उठाने पर मजबूर न करें। जिन लोगों को बाहर निकलने की छूट हैं वे पहचान पत्र के साथ बाहर निकलें। पांडे ने कहा कि संचारबंदी के बावजूद अगर कोई घर से निकलता है तो कोई खास वजह होगी। इसलिए सभी यूनिटों को निर्देश दिए गए हैं कि बिना वजह लोगों के साथ मारपीट करने और उनके खिलाफ मामले दर्ज करने जैसी कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए। पुलिस को तब तक संयम बरतना चाहिए जब तक साफ नहीं हो जाता कि कोई जानबूझकर नियमों का उल्लंघन कर रहा है। बल प्रयोग तभी किया जाना चाहिए जब और कोई रास्ता न बचा हो।
राज्य में तैनात होगी एसआरपीएफ की 22 कंपनियां उन्होंने लोगों से भी अपील की कि बिना ठोस वजह के घर से बाहर न निकलें। उन्होंने बताया कि दो शिफ्ट में सभी पुलिसकर्मी सड़कों पर होंगे। इसके अलावा 13280 होमगार्ड और एसआरपीएफ की 22 कंपनियां भी तैनात की गईं हैं। पुलिस कोई पास नहीं जारी करेगी और नियमों का पालन कराने के लिए स्थानीय निकायों से सहयोग करेगी और जुर्माना भी वसूलेगी।
युद्ध जैसे हालात
राज्य सरकार के संचार बंदी के बाद मुंबई पुलिस ने बुधवार को इससे जुड़ा आदेश जारी कर दिया। इसके बाद मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले ने वीडियो संदेश जारी कर आम लोगों से अपील की कि वे इस बात को समझे कि फिलहाल युद्ध जैसे हालात हैं। कोरोना एक ऐसा दुश्मन है जो किसी के प्रति दया नहीं दिखाता। जिस तरह युद्ध के हालात में हम घर में रहते हैं और जीने के लिए बाहर घूमने के अधिकार को छोड़ देते हैं। फिलहाल युद्ध जैसे ही हालात हैं इसलिए बिना वजह लोगों को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।
महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 58,952 नये मामले सामने आये, जबकि 278 और संक्रमितों की मौत हो जाने से कुल मृतक संख्या बढ़ कर 58 हजार 804 पहुंच गई। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी।उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के मामले काफी तेजी से बढ़ने और चिंताजनक हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने बुधवार रात आठ बजे से 15 दिनों के लिए सख्त प्रतिबंध लगाने की एक दिन पहले घोषणा की थी।