व्हीएसआरएस न्यूज़(नई दिल्ली) लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक व केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री रामविलास पासवान नहीं रहे। गुरुवार की शाम उन्होंन दिल्ली के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। रामविलास पासवान के निधन की पुष्टि वर्तमान लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष व उनके बेटे चिराग पासवान ने कर दी है। 74 वर्ष के थे। आज रात दिल्ली के फाेर्टिस अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली।
आपको बता दें कि रामविलास पासवान ने ही सन 2000 में लोक जनशक्ति पार्टी की स्थापना की थी। पिछले करीब 1 महीने से वह अस्पताल में भर्ती थे दिल्ली के एम्स में 2 अक्टूबर को उनकी हार्ट की सर्जरी की गई थी यह रामविलास पासवान की दूसरी हार्ट सर्जरी भी थी इससे पहले भी उनकी एक बाईपास सर्जरी की जा चुकी थी। इसके बाद आज रात उन्होंने आखिरी सांस ली।
रामविलास पासवान राजनीति के एक बड़े धुरंधर बल्लेबाज थे। सरकार किसकी भी हो पर वह सत्ता में जरूर रहते थे । उनकी यह खासियत थी कि उन्होंने चुनाव के पहले ही गठबंधन किया है ना कि चुनाव होने के बाद। अपनी राजनीतिक जीवन में उन्होंने 11 बार चुनाव लड़े , जिसमें से 9 पर जीत हुई। “उन्होंने अपने पास एक ऐसा रिकॉर्ड कायम किया है कि शायद राजनीति की दुनिया में किसी के पास ना हो 6 प्रधानमंत्रियों के साथ उनकी सरकार में मंत्री रहने का रिकॉर्ड।”
रामविलास पासवान 1977 के लोकसभा चुनाव में हाजीपुर से जनता दल के टिकट से चुनाव लड़ के चार लाख से ज्यादा वोटों से जीतने का रिकॉर्ड भी बना चुके हैं। इसके बाद 2014 में आठ बार लोकसभा चुनावों भें जीत हासिल की । वर्तमान में वह राज्यसभा के सदस्य तथा केंद्र की मोदी सरकार में उपभोक्ता मामलों तथा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री थे । अपने लंबे राजनीतिक जीवन में हमेशा गरीब दलित एवं वंचितों के कल्याण के लिए काम किया । उनकी गिनती बिहार की मिट्टी से जुड़े कद्दावर नेताओं मे की जाएगी । राजनीतिक जीवन में उनका सभी दलों से अच्छा संबंध रहा था ।
रामविलास पासवान का बिहार एवं राष्ट्रीय राजनीति के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिर शांति एवं दुख की इस घड़ी में शोक संपत परिवार को सहन शक्ति प्रदान करें । व्हीएसआरएस न्यूज़ की ओर से उनको भावपूर्ण, आत्मीय श्रद्धांजलि ।