नई दिल्ली । व्हीएसआरएस न्यूज़ : कोरोना वायरस की दूसरी लहर भारत में बेकाबू रफ्तार से चल रही है। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के साढ़े तीन लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। दूसरी लहर में तेजी से फैल रहे संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए देशभर में लॉकडाउन की मांग की जा रही है। कोरोना की दूसरी लहर पर जल्द से जल्द नियंत्रण के लिए एक बार फिर से संपूर्ण लाकडाउन लगाने की जरूरत पर बहस छिड़ गई है। वहीं इस साल जब कोरोना की दूसरी लहर आई उस वक्त पीएम से लेकर दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन को आखिरी उपाय बताया। हालांकि कोरोना की रफ्तार इस कदर तेज हुई और जो हालात बिगड़े उसके बाद राज्यों को लॉकडाउन का ही विचार आ रहा है।
कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि देश में लॉकडाउन लगाना ही होगा। भारत में कोरोन वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है। देश में पिछले कई दिनों से हर दिन साढ़े 3 लाख से ज्यादा नए कोरोना केस सामने आ रहे हैं और तीन हजार से ज्यादा लोगों की मौतें हो रही हैं। भारत की कोरोना हालात को देखते हुए कई वैश्विक डॉक्टरों ने भी भारत को पूरी तरह शटडाउन करने की सलाह दी है।राहुल गांधी ने मंगलवार (04 मई) को ट्वीट किया,” भारत की सरकार ये नहीं समझ रही है कि कोरोना के प्रसार को रोकने का एकमात्र तरीका अब देश में पूर्ण लॉकडाउन है। लॉकडाउन में कमजोर वर्गों के लिए सुरक्षा के उपाए किए जाएं। भारत सरकार की निष्क्रियता कई निर्दोष लोगों की जान ले रही है।”
बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं। इस पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राहुल गांधी के ट्वीट पर पलटवार किया है। रमन सिंह ने कहा कि राहुल गांधी इतना कन्फ्यूज्ड आदमी है कि देश कभी सीरियसली नहीं लेता है। राहुल गांधी कभी लॉकडाउन का विरोध करते थे, लेकिन आज लॉकडाउन की मांग कर रहे हैं।
महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, ओडिशा, यूपी और अब बिहार में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। महाराष्ट्र में लॉकडाउन का समय लगातार बढ़ाया जा रहा है तो वहीं दिल्ली में भी लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी लॉकडाउन लग गया है। कोरोना से बिगड़ते हालात के बाद इस वक्त देश के आधे से अधिक हिस्से में लॉकडाउन लगा है।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया लाकडाउन लगाने का सुझाव
देश में बढ़ रहे कोरोना के बीच सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि वह जनहित को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन के विकल्प पर विचार करे ताकि कोरोना वायरस के विस्तार को रोका जा सके। कोरोना मामले पर सरकार की तैयारियों पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हम केंद्र व राज्य सरकारों से गंभीरता से आग्रह करते हैं कि वे किसी भी तरह की भीड़ एकत्रित होने या बड़े समारोहों पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करें। वे आम जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए वायरस की दूसरी लहर के विस्तार पर रोक लगाने के लिए लाकडाउन पर भी विचार कर सकते हैं।
पिछली बार जब कोरोना वायरस ने देश में तेजी से पैर फैलाने शुरू किए थे तो सरकार की तरफ से लाकडाउन के फैसले की कड़ी आलोचना हुई थी। लेकिन इस बार बाहर से ही सरकार पर दबाव बढ़ाया जाने लगा है। इससे सरकार पर लॉकडाउन पर विचार करने का दबाव बढ़ रहा है। हालांकि, पीएम मोदी से लेकर सरकार की ओर से सभी राज्यों से लॉकडाउन से बचने की सलाह दी गई है।
सरकार लेगी बड़ा फैसला ?
वैसे केंद्र सरकार का अभी तक लॉकडाउन करने का विचार नहीं है। पिछले महीने के शुरुआत में जब कोरोना की दूसरी लहर पूरे देश को तेजी से चपेट में ले रही थी तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में भी कहा था कि लॉकडाउन अंतिम विकल्प होना चाहिए।