नई दिल्ली(व्हीएसआरएस न्यूज) पंजाब और हरियाणा से किसान आंदोलन को चिंगारी मिली और देखते ही देखते पूरे देश के किसानों में उबाल आ गया। पिछले एक सप्ताह से दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों के प्रतिनिधियों और सरकार के बीच तीन राऊंड की बातचित बेनतीजा साबित हुई। अब कल अंतिम दौर की बातचित होगी अगर नतीजा नहीं निकला तो किसान अपने आंदोलन को और धार देने की तैयारी में है। यूपी,बिहार,मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र के किसानों को आंदोलन में और जान फूंकने के लिए बुलाया गया है। 8 दिसंबर को भारत बंद का एलान किसानों ने किया है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देशभर में पुतला फूंकने की योजना भी बनायी गई है।
किसानों के नेताओं का कहना है कि सरकार किसान कानून में संशोधन करने को तैयार है। जबकि मांग पूरे अध्यादेश को रद्द करने का है। विभिन्न राज्यों के किसानों को दिल्ली आने के लिए आवाहन किया गया है। अब लडाई आर पार करने के मूड में आंदोलनकारी दिखाई दे रहे है। सिंधू बॉर्डर पर किसानों का जमावडा लगा है। पहली बार किसान-जवान आमने सामने खडे है। खेतीबारी में कॉरपोरेट को किसी भी कीमत में दखलअंदाजी बर्दास्त नहीं की जाएगी।
किसान नेता ने कहा कि कोरपोरेट फ़ार्मिंग किसान को मंज़ूर नहीं। हम डेडलाइन नहीं दे रहे हम सरकार को बता रहे हैं स्थिति ऐसे ही रही तो हर राज्य से और जत्थे दिल्ली लाए जाएंगे। हम विश्वास नहीं रखते लेकिन लोगों में सरकार के प्रति ग़ुस्सा बहुत है। किसान नेताओं ने कहा,कर्नाटक में 7 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक विधानसभा के बाहर किसानों का धरना होगा। बंगाल में रास्ता रोको आंदोलन होगा। किसी सरकार में हिम्मत नहीं कि इस आंदोलन के आगे टिक जाए।