Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य में पहली एसटी बस 1948 में अहमदनगर और पुणे के बीच चली थी। उस समय एसटी के वाहक के रूप में लक्ष्मण केवटे और चालक के रूप में किसान राउत को जिम्मेदारी दी गई थी। कुछ दिन पूर्व प्रदेश में प्रथम एसटी के वाहक लक्ष्मण केवटे का वृद्धावस्था के कारण निधन हो गया था। उन्होंने 99 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। उनकी मृत्यु के कुछ दिनों बाद पुणे जिले से अनुसूचित जनजाति में क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ है। एसटी के इतिहास में पहली बार किसी महिला ने एसटी के स्टेरिंग को थाम लालपरी को चलाने का हौसला दिखाया।
अहमदनगर से पुणे जाने वाली पहली बस के ड्राइवर और कंडक्टर दोनों अहमदनगर के रहने वाले थे। लक्ष्मण केवटे 30 अप्रैल 1984 को एसटी निगम से सेवानिवृत्त हुए। एसटी ने अहमदनगर से पुणे तक 450 किमी की दूरी तय करते हुए अपनी पहली यात्रा की। अब एसटी ने फिर एक क्रांतिकारी फैसला लिया है। एसटी के इतिहास में पहली बार किसी महिला ने बस चलाई है। एसटी की शुरुआत के लगभग 75 साल बाद एसटी का संचालन महिलाओं के हाथों में आ गया है। पुणे जिले के सासवड-जेजुरी रूट पर एक महिला बस चलाकर इतिहास रच दी। पहली बस चलाने का गौरव महिला अर्चना अत्राम को मिला है। अर्चना ने सासवड डिपो से नीरा के लिए बस चलाई। अत्राम का बस चलाते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। एसटी निगम में महिला वाहकों की नियुक्ति पिछले कुछ वर्षों से चल रही है। लेकिन, अभी तक एसटी निगम में महिला चालक नहीं थीं।
एसटी ने 1 जून को 75 साल पूरे किए
अमृत महोत्सव खत्म होने के बाद महिला को एसटी चलाने का मौका मिला। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने ट्विटर पर अत्राम को बधाई दी। उन्होंने कहा है कि नई जिम्मेदारी आपकी है, एसटी यात्रियों को सुरक्षित घर पहुंचाने की… आज महाराष्ट्र में एसटी के इतिहास में राज्य की पहली महिला एसटी चालक अर्चना अत्राम के नाम पर इतिहास लिखा गया है। उसने सासवड़ से नीरा (वाया जेजुरी) तक बस का संचालन किया है। राज्य महिला आयोग की ओर से पहली एसटी महिला ड्राइवर अर्चना अत्राम को बधाई..!