गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: जिला पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने गुरुवार को जिले के वरीय पदाधिकारियों के साथ भोरे प्रखंड विकास कार्यालय एवं प्रखंड स्तरीय सभी विभागों का सुधारात्मक दृष्टिकोण से बिंदुवार निरीक्षण किया।
ज्ञात हो कि जिला पदाधिकारी द्वारा पूर्व बैठक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया था कि प्रखंड वार सभी विभाग अपने कार्यों का निस्तारण पूर्ण कर रखें। प्रखंड वार विधिवत निरीक्षण किया जाएगा।
उक्त निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा उप विकास आयुक्त अभिषेक रंजन,अपर समाहर्ता सुनील कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी अनंत कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी हथुआ राकेश कुमार, जिला योजना पदाधिकारी विनय कुमार, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस सीमा कुमारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी राज कुमार शर्मा, सिविल सर्जन विरेन्द्र प्रसाद, डीसीएलआर हथुआ सादुल हसन आदि द्वारा अलग-अलग विभागों के कार्यालयों कर्मियों संबंधित पंजी आदि का जांच करा कर क्रमवार सभी विभागों का डीएम ने स्वयं समीक्षा की और सुधार हेतु निश्चित समय अवधि में सभी सभी लंबित कार्यों को पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए। डीएम ने प्रखंड के विभिन्न विभागों के कार्यालयों के निरीक्षण के दौरान सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों और कर्मियों को निर्देश दिया गया कि कार्यालय के फाइलों को वर्षवार मार्कर से लिखकर सुव्यवस्थित ढंग से रखें। साथ ही अनावश्यक फाइलों का जमावड़ा टेबल पर न करें।परिसर में स्थित कार्यालयों के कमरों की साफ-सफाई रखें।
साथ ही प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया की अनावश्यक कागजातों, कूपन आदि की इंडेक्सिंग करा कर 20 मई तक बैठक कर अनावश्यक कूपन एवं कागजातों का विनष्टिकरण कराना सुनिश्चित करेंगे। प्रखंड के आरटीपीएस कार्यालय के निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा जाति /आय /निवास आदि के आवेदनों के निराकरण एवं कर्मियों के कार्यकलाप की विस्तृत जानकारी ली गई।
साथ ही रिजेक्शन आवेदनों के बारे में रिजेक्शन के कारण की पृच्छा की गई और उन्हें इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए। निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा परिसर में जीर्ण शीर्ण भावनो की विस्तृत जानकारी ली गई और प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जिस बिल्डिंग से जान माल का खतरा हो सकता है। भवन निर्माण विभाग से इन जीर्ण अवस्था के अनुपयोगी भवनों को प्रस्ताव बनाकर ध्वस्त कराने की कार्यवाही का निर्देश दिया और परिसर में साफ सफाई कर पार्क निर्माण कराने एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को यह भी निर्देश दिया की प्रखंड के एरिया को चिन्हित करा कर पिलर और तार से घेराबंदी कराना सुनिश्चित करेंगे।
बॉयट भोरे के नवनिर्मित भवन की प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से जानकारी लेते हुए उसे प्रयोग में लाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए। जिला पदाधिकारी द्वारा यह भी निर्देश दिया गया कि जिले की सभी प्रखंड परिसरों के सौंदर्यीकरण की डिजाइन तैयार कराएं। जिला पदाधिकारी द्वारा प्रखंड स्तर के सभी कर्मियों को बुला करके उनसे उनके कार्यों में आने वाले व्यवधान के बारे में जानकारी ली गई।
जिसमें अंचल कर्मियों द्वारा बताया गया कि उनके बैठने और पेयजल की व्यवस्था नहीं होने के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिस पर जिला पदाधिकारी द्वारा बीपीआरओ भोरे को निर्देश दिया गया कि 10 दिनों के अंदर अंचल में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। सभी प्रखंड स्तर के कर्मियों को जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि आप सभी जिला प्रशासन के ही अभिन्न अंग हैं। आत: आपसी समन्वय सभी कार्यालयों में सुनिश्चित कर किसी भी दशा में किसी कार्य को 15 दिन के अंदर निस्तारण करें। थाना प्रभारी भोरे के निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि हल्का वार पंचायत वार एवं पूर्व में बताए गए फॉर्मेट में संधारित कराएं। प्रखंड कार्यालय आपूर्ति की समीक्षा के दौरान देखा गया कि 44 जन वितरण प्रणाली के विक्रेताओं के द्वारा खाद्यान्न का उठाव नहीं किया जा सका है। इस संबंध में पृच्छा की गई तो जिला आपूर्ति पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि राज्य खाद्य निगम के गोदामों में चावल नहीं रहने के कारण उठाव नहीं हो सका है।
यह भी बताया गया कि पैक्स के द्वारा सीएमआर उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण एसएफसी के गोदाम में चावल नहीं है। इसकी समीक्षा करने हेतु जिला सहकारिता पदाधिकारी को निर्देशित किया गया। शिक्षा विभाग की समीक्षा के क्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रखंड के विद्यालयों में बच्चों का नामांकन कम है। जिसकी जिला पदाधिकारी द्वारा कारण पृच्छा पर बताया गया कि अधिकतर बच्चे प्राइवेट विद्यालय में पढ़ते हैं। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी प्राइवेट एवं सरकारी विद्यालयों के पंन्जीयों का मिलान करें। साथ ही प्राइवेट विद्यालय और शिक्षण संस्थानों के निबंधन की भी जांच की जाए। सरकारी विद्यालय के शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपे की वे प्रयास कर अधिक से अधिक बच्चों के नामांकन सुनिश्चित कराएं।
डीएम द्वारा प्रखंड के सौंदर्यीकरण करने, अधिकारियों के कार्यालय, अधिकारियों-कर्मियों एवं आम जनता के लिए शौचालय और शौचालय कांप्लेक्स, पेयजल की व्यवस्था, अलमीरा, पुराने शौचालयों की मरम्मत्ती, अलग महिला शौचालय आदि निर्माण कराने के निर्देश दिए। साथ ही परिसर में पार्क निर्माण, सुंदर वृक्ष और पौधा लगवा कर सौंदर्यीकरण के कार्यों को कराने के निर्देश दिए।