मुंबई । व्हीएसआरएस न्यूज : दशहरा के मौके पर दशहरा रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निशाने पर राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी थे। उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र में बीफ बैन और गोवा में छूट दोहरी भूमिका नहीं चलेगी। चेतावनी देते हुए कहा कि हमसे अगर उलझोगे तो अपने रिस्क पर उलझे।
आरएसएस प्रमुख के हाल के बयानों का उल्लेख करते हुए उद्धव ने कहा,मोहन भागवत कहते हैं कि हिंदुत्व को पूजा से जोड़कर नहीं देखा जा सकता। गवर्नर कोश्यारी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा,काली टोपी पहनने वालों,हमारी आस्था पर सवाल उठाने वालों और हमें सेक्युलर कहने वालों को भागवत का यह भाषण सुनना चाहिए
काली टोपी वाले भागवत को भी सुनें
उद्धव यहीं नहीं रुके,वह बोले,मजो लोग उनकी (कोश्यारी की) बात पर भरोसा करते हैं और उनका अनुसरण करते हैं वे काली टोपी पहनते हैं। अगर उसके नीचे आपके पास दिमाग है तो कम से कम भागवत का और उनकी कही हुई बातों का अनुसरण करें।
भागवत ने दशहरा के मौके पर यह कहा था
इससे पहले मोहन भागवत ने दशहरा के मौके पर दिए अपने भाषण में कहा था,हिंदुत्व को केवल कर्मकांड से जोड़कर इसके अर्थ को तोड़मरोड़ दिया गया है। संघ इसका इन अर्थों में इस्तेमाल नहीं करता है। हमारे लिए हिंदुत्व शब्द भारत की आध्यात्मिक परंपराओं की निरंतरता मूल्यों की संपदा के साथ हमारी पहचान बताने वाला शब्द है।
कोश्यारी ने हिंदुत्व पर उठाए थे सवाल
इसी महीने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सीएम उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर राज्य में कोरोना की वजह से बंद पड़े धर्मस्थलों को खुलवाने का अनुरोध किया था। राज्यपाल ने तंज कसते हुए पूछा था कि क्या उद्धव को ईश्वर की ओर से कोई चेतावनी मिली है कि धर्मस्थलों को दोबारा खोले जाने को टालते रहा जाए या फिर वह सेक्युलर हो गए हैं। गवर्नर कोश्यारी ने पत्र में लिखा था, मविडंबना है कि एक तरफ सरकार ने बार, रेस्टोरेंट ओर समुद्री बीच खोल दिए हैं वहीं दूसरी तरफ देवी-देवता लॉकडाउन में रहने को अभिशप्त हैं।
उद्धव ने किया था पलटवार
इसके जवाब में उद्धव ने पलटवार करते हुए कहा था कि जिस तरह से एकदम से लॉकडाउन लगाना उचित नहीं था उसी तरह से उसे पूरी तरह से समाप्त करना भी ठीक नहीं है। हां,मैं हिंदुत्व का अनुसरण करता हूं और मेरे हिंदुत्व को आपकी पुष्टि की जरूरत नहीं है।