Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे के दापोडी में 27 साल बाद पत्नी की हत्या कर फरार चल रहे आरोपी को पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट-1 ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। 1 फरवरी,1995 को रामा कांबले ने अपनी पत्नी सुशीला के चरित्र पर संदेह करते हुए उसकी हत्या कर दी। उसके बाद वह अपने पैतृक गांव न जाकर पालापुर अक्कलकोट में जा बसा। वह करीब 27 साल से नाम बदलकर उसी इलाके में रह रहा था। वह जो कुछ कर सकता था, करके अपना पेट भर रहा था। वहां उन्होंने एक मूक-बधिर लड़की से शादी भी कर ली। हालांकि करीब 27 साल बाद पुलिस के शिंकजे में फंस गया। राम की यह कहानी फिल्म के लिए उपयुक्त है।
पुलिस के मुताबिक रामा कांबले ने 1 फरवरी 1995 को अपनी पत्नी सुशीला के चरित्र पर शक करते हुए उसकी हत्या कर दी थी। रामा उसे मारकर फरार हो गया था। तब उसकी उम्र महज 27 साल थी। पुणे पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। उसका पैतृक गांव कोलनूर पंधारी जिला है। पुलिस उस्मानाबाद में तलाश कर रही थी। हालाँकि रामा ने अपना नाम बदला और पालापुर अक्कलकोट में रहने लगा, जहाँ उन्होंने अपना नाम रामा कोंडिबा बंसोडे रखा। उसने सरकारी दस्तावेज बनवाए। गाँव वाले राम पर विश्वास करते थे, जो जितना हो सकता था, मेहनत करता था, और चूंकि वह अकेला था, इसलिए उन्होंने उसकी शादी एक मूक-बधिर युवती से कर दी। सब कुछ सुचारू रूप से शुरू चल रहा था। राम अपनी मां से मिलने के लिए समय-समय पर उस्मानाबाद जिले के कोलनूर में अपने पैतृक गांव जात था। गांव के लोगों में अफवाह थी कि उसने शादी कर ली है।
संयोग से कुछ दिन पहले क्राइम ब्रांच यूनिट 1 की पुलिस छेड़छाड़ के आरोपी की तलाश के लिए कोलनूर उस्मानाबाद पहुंची थी। आरोपी को पुलिस ने हथकड़ी भी लगाई थी। इस बीच, उसी गांव से फरार आरोपी रामा कांबले के मामले में पुलिस ने उस गांव में फिर से जांच शुरू की। पता चला कि रामा समय-समय पर गांव आ रहा था और पुलिस को सूचना मिली कि उसने दूसरी शादी कर ली है और वह पालापुर अक्कलकोट में रह रहा है। रामा 27 साल से पुलिस को चकमा देकर एक मूक बधिर महिला के साथ रह रहा था। उसके तीन बच्चे भी हैं। वह कुछ महीने पालापुर और कुछ महीने पुणे के उर्स मावल इलाके में एक ईंट भट्ठे में काम करता था। उर्से मावल से क्राइम ब्रांच यूनिट-1 ने उसे हथकड़ी लगाई। 27 साल से पुलिस से झूठ बोल रहे आरोपी रामा को आखिरकार जेल हो गई है। क्राइम ब्रांच पुलिस उपायुक्त स्वप्ना गोरे, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ज्ञानेश्वर काटकर के मार्गदर्शन में पुलिस कनाडे, मुल्ला, बोर्हाडे, कामले, हिरवलकर, मोरे, जयभाई, सरोदे, रूपंवर की टीम ने यह कारनामा किया है।