Pcmc News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पद्म विभूषण शिवशहर बाबासाहेब पुरंदरे की अवधारणा से नर्हे, अंबेगांव में लागू की जा रही ’शिव सृष्टि’ के पहले चरण का उद्घाटन करने के लिए पुणे आ रहे हैं। यह कार्यक्रम रविवार को सुबह 11:30 बजे होगा। यह जानकारी शिव सृष्टि की अवधारणा को साकार करने के लिए बाबासाहेब पुरंदरे द्वारा स्थापित महाराजा शिव छत्रपति प्रतिष्ठान संस्था के ट्रस्टी जगदीश कदम ने दी। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे,उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस,राज्यसभा सांसद उदयनराजे भोसले,जिला पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल और राज्य के पर्यटन मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा मौजूद रहेंगे।
शिवश्री परियोजना एशिया की सबसे भव्य ऐतिहासिक थीम पार्क परियोजना है। शाह सरकारवाड़ा का उद्घाटन करेंगे, जो पहले चरण का अहम हिस्सा है। सरकारवाड़ा में एक कार्यक्षेत्र, अनुसंधान पुस्तकालय, प्रदर्शनी और बहुउद्देश्यीय हॉल स्थापित किया गया है। इसके अलावा एतिहासिक किलों की यात्रा,राज्याभिषेक का दृश्य, आगरा से महाराजा की रिहाई आदि को 3डी तकनीक के माध्यम से किया जाएगा।
चार चरणों में तैयार हो रहे इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 438 करोड़ रुपए है। पहले चरण में परियोजना को दानदाताओं से 60 करोड़ रुपये मिले हैं। जनता राजा के प्रयोग से कुछ धन उपलब्ध कराया गया है। कदम ने कहा कि बाबासाहेब पुरंद्रे द्वारा अपने 12 हजार से अधिक व्याख्यानों के माध्यम से जुटाए गए सभी फंडों की मदद से शिव सृष्टि का काम शुरू हुआ है।
शीघ्र पूर्ण होने वाली शिव सृष्टि परियोजना में शिव प्रेमियों को 21 एकड़ क्षेत्र में स्थित ’ऐतिहासिक थीम पार्क’ का एक दिवसीय भ्रमण उपलब्ध होगा, जहां वर्चुअल रियलिटी के माध्यम से महत्वपूर्ण किलों का भ्रमण किया जा सकेगा। प्रतापगढ़ में भवानी माता मंदिर, शिव के शस्त्र-शस्त्र, दरबार, चलनी शिवराय और महाराजाओं द्वारा शुरू की गई राजमुद्रा, अश्वशाला, व्यापारी पेठ, रंगमंदिर, विजयस्तंभ, राजवाड़ा, नागरखाना के स्थानों में इसे देखा जा सकता है। मैड मैपिंग जैसी तकनीक की मदद से शिव प्रेमी सीधे छत्रपति शिवाजी महाराज को सुन सकेंगे, जो इस परियोजना की प्रमुख विशेषता होगी। यह प्रोजेक्ट ऐसा है कि 21वीं सदी में रहने वाला हर टेक्नो सेवी यहां आने के बाद टेक्नोलॉजी की कमी महसूस नहीं करेगा। कदम ने यह भी बताया कि शिव सृष्टि का पहला चरण शिव प्रेमियों के लिए एक दिसंबर से खुलेगा और इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना जरूरी है।