Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) 20 नवंबर को होने वाले पुणे युनिर्विसिटी स्तरीय सीनेट चुनाव को लेकर सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय की तैयारी अंतिम चरण में है। 200 से अधिक प्रोफेसर,अधिकारी और कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया की निगरानी करेंगे और पुणे,अहमदनगर,नासिक और सिलवासा में कुल 71 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा।
महाराष्ट्र पब्लिक यूनिवर्सिटी एक्ट 2016 के प्रावधानों के अनुसार,अधिसभा के स्नातक समूह की दस सीटों के लिए चुनाव हो रहा है। ये प्रतिनिधि अगले पांच वर्षों के लिए अधिसभा में चुने जाएंगे। अधिकारियों व कर्मचारियों को चुनाव की जानकारी देने के लिए विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। वाइस चांसलर डॉ.करभरी काले,रजिस्ट्रार डॉ.प्रफुल्ल पवार ने इस वर्ग का मार्गदर्शन किया। चुनाव विभाग के उप कुलपति डॉ.वैशाली साकोरे,विशेष कार्यपालन अधिकारी प्रमोद भदकवाडे,सहायक निबंधक ज्ञानेश्वर सालुंखे उपस्थित थे। इस दौरान मतदान प्रक्रिया की रंगारंग रिहर्सल का आयोजन किया गया।
डॉ.पवार ने कहा,विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया एक जून से शुरू हुई थी। विश्वविद्यालय ने स्नातकों के नामांकन के लिए समाचार, पोस्टर, समाचार पत्र विज्ञापन और रेडियो एफएम में भी विज्ञापन दिया। इसके चलते इस साल रिकॉर्ड एक लाख 20 हजार स्नातकों ने पंजीकरण के लिए आवेदन किया। चुनाव के लिए विश्वविद्यालय की त्रिस्तरीय व्यवस्था काम कर रही है। प्रत्येक हजार मतदाताओं पर एक बूथ प्रतिनिधि के साथ 114 बूथ होंगे। प्रत्येक पांच हजार मतदाताओं पर एक केंद्रीय निरीक्षक होता है। प्रत्येक बूथ पर एक प्रतिनिधि के साथ 71 मतदान केंद्र होंगे। पुणे शहर में 26, पुणे ग्रामीण में 10, अहमदनगर जिले में 15, नासिक जिले में 19 और सिलवासा में एक मतदान केंद्र होगा। इन 71 मतदान केंद्रों की सूची विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर घोषित की गई है। इस मतदान प्रक्रिया के दौरान विश्वविद्यालय के 74 फैकल्टी और अधिकारी केंद्र पर्यवेक्षक के रूप में कार्य करेंगे, जबकि 114 विश्वविद्यालय के अधिकारी और कर्मचारी बूथ प्रतिनिधि के रूप में कार्य करेंगे।
स्नातक समूह की दस सीटों के लिए 37 अभ्यार्थियों ने आवेदन किया
स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से दस विधानसभा सीटों के लिए कुल 37 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है, जिसमें पांच खुली सीटों के लिए 18 उम्मीदवार,एक अनुसूचित जाति वर्ग के लिए पांच उम्मीदवार,अनुसूचित जनजाति वर्ग की एक सीट के लिए चार उम्मीदवार,भटकी जातिय जमाति की एक सीट के लिए चार उम्मीदवार शामिल हैं। जनजाति वर्ग,अन्य पिछड़ा वर्ग की एक सीट के लिए चार अभ्यार्थी जबकि महिला वर्ग की एक सीट के लिए दो अभ्यर्थियों ने आवेदन भरा है।
लोकतंत्र में विश्वविद्यालय चुनाव एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। कानून के अनुसार नियुक्त अधिकारियों को किसी भी दबाव में न आकर चुनाव प्रक्रिया का डटकर सामना करना चाहिए। ऐसी अपील डॉ.करभरी काले, कुलपति, सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय ने की है।