बैकुंठपुर। व्हीएसआरएस संवाददाता: जिले में गंडक नदी का जलस्तर पिछले सात दिनों से कम हो रहा है। 24 घंटे के दौरान नदी के जलस्तर में दस सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई है। मटियारी मीटर गेज पर नदी का जलस्तर खतरे के निशान से तीस सेंटीमीटर नीचे बताया गया है। शांत हो रही नदी की धारा वासियों की मुश्किलें बढ़ा रही है। दियारावासी नदी का जलस्तर कम होने की स्थिति में सहमें नजर आ रहे हैं।
सलेमपुर गांव के पास पिछले वर्ष गंडक नदी का कटाव करीब दस दिनों तक चला था। जिससे कई लोगों का घर कटाव की चपेट में आ गया था। वैसे बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी नदी के घटते- बढ़ते जलस्तर पर नजर रख रहे हैं। सहायक अभियंता सचिन कुमार ने बताया कि फिलहाल नदी का जलस्तर सामान्य माना जा रहा है। खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर नीचे जलस्तर पहुंचने के बाद कटाव की संभावना बढ़ जाती है।
ऐसे में इसके पहले ही बचाव रोधी कार्य शुरू कर दिए गए हैं। नेपाल के तराई क्षेत्रों में आंशिक बारिश होने के कारण सोमवार को वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी के डाउनस्ट्रीम में 1.17 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। रविवार को बराज से 1.37 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। डिस्चार्ज लेवल में कमी आने की वजह से नदी के जलस्तर में गिरावट हो रही है।
कटाव की संभावना को लेकर तैयार हो रहे जीओ बैग
बैकुंठपुर। गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से कमी की वजह से कटाव की संभावना जताई जा रही है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी कटाव की आशंका को लेकर तैयारी शुरू कर दिए हैं। सहायक अभियंता सचिन कुमार के नेतृत्व में अदमापुर, मुंजा, मटियारी सहित कई जगहों पर जिओ बैग तैयार किए जा रहे हैं। बंबू पाइलिंग के सहारे नदी की दिशा मोड़ने का भी प्रयास किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल डुमरियाघाट से प्यारेपुर तक कहीं भी गंडक नदी में कटाव की स्थिति नहीं है। बावजूद गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
तटबंध पर कैंप कर रहे अधिकारी व अभियंता
बैकुंठपुर। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी तटबंध पर कटाव की आशंका को लेकर कैंप कर रहे हैं। मटियारी में कैंप कर रहे बाढ़ नियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता सचिन कुमार ने बताया कि फिलहाल नदी के जलस्तर में सामान्य से अधिक गिरावट नहीं हुई है। नदी का जलस्तर खतरे के लाल निशान से 50 सेंटीमीटर नीचे जाने के बाद ही कटाव की स्थिति उत्पन्न होगी। इसके पहले बचाव कार्य को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि नदी के विक पॉइंटों पर नजर रखी जा रही है। होमगार्ड के जवान एवं कनीय अभियंता मजदूरों के साथ आपदा से निपटने के लिए तत्पर हैं।
15 सितंबर के बाद टल जाएगा खतरा
बैकुंठपुर। 15 सितंबर के बाद गंडक नदी के जलस्तर में और कमी आने की संभावना है। यदि नेपाल के तराई क्षेत्रों में बारिश नहीं हुई तो नदी का जलस्तर एक सप्ताह के अंदर पचास हजार क्यूसेक से नीचे पहुंच जाएगा। इधर जिले के गंडक नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में भी बारिश नहीं हुई है। जिससे वाल्मीकिनगर बराज से डिस्चार्ज लेवल में लगातार कमी की जा रही है।
बाढ़ नियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता सचिन कुमार ने बताया कि 15 सितंबर के बाद नदी के जलस्तर में और कमी आएगी। जिले में गंडक नदी के दियारे में रहने वाले लोगों को फिलहाल इस वर्ष बाढ़ की समस्या से निजात मिलेगी।