मांझागढ़ । व्हीएसआरएस संवाददाता: प्रखण्ड के निमुइयाँ दियारा क्षेत्र में गंडक नदी का कटाव तेज हो गया है । जून से अब तक लगभग ढाई किलोमीटर तक कटाव कर नदी का विस्तार हो चुका है । अब एक किलोमीटर से भी कम की दूरी पर संखवा टोंक गांव बसा हुआ है । यहां के लोग कटाव के भय से अपना घर तोड़कर पलायन कर रहे हैं । लोगों का कहना है कि कटाव निरोधी कार्य से नदी की धारा पर कोई असर नहीं पड़ रहा है ।
प्रतिदिन कटाव की गति तेज होती जा रही है व 100 मीटर की लंबाई तक कटाव हो रहा है । दियारा के लोग पलायन कर दूसरे जगहों पर नहर के किनारे अब अपना आशियाना बना रहे हैं । संखवा टोंक गांव का अस्तित्व खतरे में है । कटाव की दहशत ऐसी है कि मुंगरहा व अन्य गांवों के लोगों में भी भय है । अपने हाथों से अपना आशियाना तोड़कर बच्चों व बुजुर्गों के साथ पलायन कर रहे हैं । गंडक में जलस्तर में कमी के बाद कटाव भी तेज हो गया है । ग्रामीणों का कहना है कि अगर युद्ध स्तर पर कटाव निरोधी कार्य तेज नहीं हुआ तो कई गांव गंडक में समा जाएंगे ।
लोग कोरोना की वजह से पहले से ही परेशान थे अब उन्हें बाढ़ के बाद कटाव ने भयभीत कर दिया है । उनका कहना है कि प्रशासन की ओर से उन्हें कोई मदद नहीं मिल सकी है । हालांकि जल संसाधन विभाग के अधिकारी लगातार दियारा क्षेत्र में पहुंच रहे हैं व कटाव का जायजा ले रहे हैं । लेकिन कटाव निरोधी कार्य में अब तक व्यापक तेजी नहीं लाई जा सकी है । दियारा के लोगों को उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया है ।