Pimpri पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) शराब के नशे में शराब की खातिर दो शराबियों ने मिलकर एक साथिदार शराबी की हत्या करके शव सूनसान मैदान निरझरा पार्क सोसायटी,रहाटणी के पास फेंककर फरार हो गए थे। इस मृतक की जेब से मोबाईल,200 रुपये छीनकर ले गए थे। मृतक के शरीर पर संगीता और हाथ की कलाई पर श्रीमंत सीताबाई गोदना गोदा हुआ था। लेकिन मृतक कौन है इसकी शिनाख्त नहीं हो सकी। पुलिस ने अखबारों और टेलिविजन पर फोटो प्रसारित कराया मगर पहचान नहीं हो सकी। यह हत्या 4 साल पूर्व की गई थी। वाकड पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक डॉ. विवेक मुगलीकर और उनकी टीम ने गहन जांच पडताल करने के बाद दोनों हत्यारों को धरदबोचा। ऐसी जानकारी आज पत्रकार परिषद में पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने दी। इस अवसर पर अप्पर पुलिस आयुक्त रामनाथ पोकले,डीसीपी मंचक इप्पर उपस्थित थे।
आरोपियों के नाम:
अंकुश दिलीप खडसे उम्र 30 एलआयसी कालोनी,भारतमाता चौक,कालेवाडी,विष्णु देवराज चित्ते उम्र 31 नि.समता कालोनी रहाटणी हैं।
शराब पिलाकर फिर लूटपाट के बाद हत्या
पुलिस आयुक्त ने बताया कि पिंपरी चौक आंबेडकर पुतले के परिसर में दोनों हत्यारे शराब पी रहे थे। मृतक व्यक्ति वहां आया और दोनों से शराब मांगी। दोनों ने उसको शराब पिलाई फिर मोटरसाइकिल में बैठाकर पिंपरी श्मशान घाट,चुग हॉीस्पटल के परिसर में ले गए। वहां उसका मोबाईल,पैसे छीने। विरोध करने पर फर्शी के टूकडे से सिर,गर्दन,चेहरे पर वार करके शरीर और चेहरा कूचल डाला। शव को रहाटणी के निरझरा पार्क सोसायटी के पास फेंककर 4 साल तक पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार रहे।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को ऐसा किया गिरफ्तार
आरोपी अंकुश दिलीप खडसे एक दिन होटल में एक साथी के साथ शराब की धूनकी में अपना डर,भय रुवाब दिखाने के चक्कर में बोल बैठा कि वो अपने एक साथी के साथ चार साल पहले एक व्यक्ति की हत्या की थी। वाकड के पुलिस कर्मचारी नितीन गेंगजे को यह बात गुप्तचरों से पता चली। वाकड पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक डॉ. विवेक मुगलीकर ने अपने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से चर्चा करके दोनों हत्यारों की खोजबीन में टीम को लगा दी। केएसबी कंपनी के बाहर अंकुश खडसे को दबोचा गया। अपने साथी विष्णु चित्ते के बारे में जानकारी दी और मोबाईल नंबर दिया। लेकिन नंबर बंद था। फोटोग्राफ के आधार पर पुलिस आलंदी घाट पहुंची जहां आरोपी विष्णु चित्ते भिखारी का वेश बदलकर भीख मांग रहा था। पुलिस ने पहले चिन्हित किया फिर नाम लेकर पुकारा,पलट कर देखने पर शक यकीन में बदला और उसे हिरासत में लिया गया। दोनों आरोपियों ने अपराध कबूल कर लिया है।
पुलिस आयुक्त ने वाकड पुलिस की पीठ थपथपाई,प्रशंसा की
वाकड पुलिस ऐसे कई पुराने मामलों,हत्याओं के अपराध को उजागर करने और आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। वाकड पुलिस की इस प्रशंसनीय कार्य के लिए विशेष रुप से पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने प्रशंसा की। वाकड पुलिस टीम की पीठ थपथपाई है।
पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश,अप्पर पुलिस आयुक्त रामनाथ पोकले,डीसीपी आनंद भोईटे,वाकड पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरिक्षक डॉ. विवेक मुगलीकर,वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक संतोष पाटिल,पुलिस निरिक्षक सुनिल टोणपे,सहायक पुलिस निरिक्षक संतोष पाटिल,सहायक पुलिस निरिक्षक अभिजीत जाधव,सहायक पुलिस निरिक्षक संभाजी जाधव,नितीन गेंगजे,प्रमोद कदम,विजय गंभीरे,विक्रम कुदल,प्रशांत गिलबिले,सुरज सुतार,विभीषण कन्हेरकर,राजेंद्र मारणे,बाबाजान इनामदार,बापु धुमाल,नितीन ढोरजे,वंदु गिरे,रविंद्र काले, तात्या शिंदे जावेद पठाण,कौंन्तेय खराडे,शाम बाबा अतिश जाधव,कल्पेश पाटिल,नुतन कोंडे की टीम ने कार्रवाई की।