Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) तकनीकी प्रवेश योजना के तहत मिलिट्री इंजीनियरिंग कॉलेज (सीएमई) के 37 वें बैच के कैडेटों का दीक्षांत समारोह शनिवार को आयोजित किया गया। इसमें भारत,भूटान के तीन और श्रीलंका के दो कैडेट शामिल थे। इस समय सीएमई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल पी.पी मल्होत्रा ने दीक्षांत समारोह का निरीक्षण किया और कैडेटों को बधाई दी और सम्मान स्वीकारा। समारोह का आयोजन कोरोना की पृष्ठभूमि में सीमित संख्या में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया। इसलिए सभी अभिभावकों ने ऑनलाइन के माध्यम से कार्यक्रम में भाग लिया। दीक्षांत समारोह का नेतृत्व कैडेट कैप्टन अभिषेक चौहान ने किया। प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडेटों को लेफ्टिनेंट जनरल मल्होत्रा द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए।
साहिल कुमार को प्रथम स्थान के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। साथ ही भूटान के सोनम शेरिंग और प्रिंस कुमार सिंह ने रजत और कांस्य पदक जीते। इको प्लाटून जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ बैनर का मानक वाहक बन गया। सीएमई भारतीय सेना में सर्वश्रेष्ठ तकनीकी संस्थानों में से एक के रूप में उभर रहा है। कॉलेज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,रोबोटिक्स और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नए प्रयोगों की ओर बढ़ रहा है। इंजीनियरिंग में सर्वोत्तम प्रथाओं को आत्मसात करने और भारतीय सेना में नवीन प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ाने के लिए कॉलेज ने शैक्षणिक और औद्योगिक क्षेत्रों की कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन में प्रवेश किया है। इसके हिस्से के रूप में इस वर्ष सेना दिवस परेड जैसे प्लेटफार्मों के माध्यम से कई कॉलेज परियोजनाओं का प्रदर्शन किया गया। सर्वश्रेष्ठ परियोजनाओं को पुरस्कृत किया गया।
उज्ज्वल भविष्य के लिए सेना को ऐसे युवाओं की जरूरत है। एक युवा सैन्य अधिकारी के रूप में भर्ती करते समय सभी जिम्मेदारियों को ठीक से पूरा करने की आवश्यकता होती है। प्रशिक्षण के सफल समापन के बाद कैडेट जल्द ही सेना में अधिकारी के रूप में शामिल होंगे। इसलिए राष्ट्रीय सेवा और रक्षा की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को निस्वार्थ भाव से निभाते हुए मूल्यों और नैतिकता को आत्मसात करना चाहिए।