मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण हथुआ जंक्शन पर ठप चल रहे आर्थिक गतिविधियों के बीच एक बार फिर खूनी गैंगवार का खतरा मड़राने लगा है। एक तो यात्री ट्रेनों के नहीं चलने से स्टेशन पर गतिविधियां वैसे ही बंद प्राय हैं। वही यहां अभी सिर्फ माल गाड़ियों से माल उठाव का कारोबार ही चल रहा है जिसमें ज्यादातर बाहर से आने वाली गिट्टी का उठाव, एफसीआई के खदानों का उठाव आदि शामिल है।
पर इन गतिविधियों पर भी शायद अपराधियों की नजर पड़ गई है और पिछले 2 साल की चुप्पी के बाद हथुआ जंक्शन पर वर्चस्व को लेकर गैंगो के बीच खूनी वार की संभावना बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि 2 साल पहले हथुआ जंक्शन के माल गोदाम रेक पॉइंट पर चली गोलियों में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और अपराधी आज तक पुलिस के शिकंजे में नहीं आए। वहीं गोली कांड के बाद हथुआ जंक्शन पर गिट्टी के व्यापारिक गतिविधियों पर बहुत बुरा असर पड़ा।व्यवसायी इस जगह पर गिट्टी मंगाने से परहेज करने लगे। अभी हाल में जब गिट्टी का कारोबार फिर बढ़ने लगा तो एक बार फिर यहां पर गैंगवार का खतरा सर चढ़कर बोल रहा है।
इस संबंध में मीरगंज थानाध्यक्ष शशि रंजन कुमार ने हथुआ स्टेशन अधीक्षक को पत्र लिखकर मामले से आगाह किया है। बताते चलें कि विगत कई वर्षों से हथुआ जंक्शन पर गिट्टी व्यवसायियों से रंगदारी मांगने के मुद्दे पर यहां कई बार गोलियां चल चुकी है। कईयों की जान भी जा चुकी है।
रेलवे पुलिस को किया गया है तैनात- जीआरपी ,थावे
इस संबंध में थावे जीआरपी से संपर्क करने पर जीआरपी प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि उन्हें इस तरह की चिट्ठी पत्र प्राप्त हुई है और इस पर कार्रवाई भी की गई है। इस कड़ी में हथुआ जंक्शन पर आरपीएफ और जीआरपी के जवानों को तैनात किया गया है। मामले में रेल पुलिस द्वारा भी नजर रखी जा रही है।