मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: मीरगंज नगर परिषद हर साल मानसून से पहले दावा करता है कि बरसात में जलजमाव की समस्या शहर में नहीं होगी। मगर पहली बारिश में ही जलभराव हो जाता है। शहर में जल निकासी की गंभीर समस्या है। निचले इलाके में सालों भर जलजमाव की स्थिति बनी रहती है।
मानसून में अगर जोरदार बारिश हुई तो एक बार फिर शहर डूबने लगेगा। पिछले वर्ष भारी जलजमाव के कारण शहर के रजिस्ट्री कचहरी रोड , साधनापूरी, व्यापार मंडल मोहल्ला, पोस्ट ऑफिस रोड, मिल रोड, कचहरी रोड, प्रज्ञा नगर छठ घाट समेत शहर के दर्जन भर वार्ड और मुहल्लों में बाढ़ सा नजार दिखने लगा था। बावजूद इसके जलजमाव से निपटने के लिए नगर परिषद की तैयारी अधूरी है। शहर के वार्डों में आरसीसी नाला निर्माण का कार्य भी सुस्त है। अगर तेज बारिश हुई तो नाला निर्माण का गड्ढ़ा जलजमाव के साथ दुर्घटना का कारण बन सकता है।
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी केशव गोयल ने बताया कि इस बार जलजमाव से निपटने की तैयारी कर ली गई है। जल जमाव प्रभावित क्षेत्रों में आरसीसी नाला का निर्माण कराया जा रहा है। रजिस्ट्री कचहरी रोड में होने वाले जलजमाव की समस्या से स्थायी निदान के लिए करोड़ों की लागत से आरसीसी नाला का निर्माण चल रहा है जो शहर के पानी को मलहनी खाड़ तक ले जाएगा |
इधर,शहर की सफाई व्यवस्था को देखें तो नालों में जमी गंदगी के कारण जल निकासी अवरुद्ध है। सड़क पर जलमाव की स्थिति रहती है। शहर के कई वार्डों में साफ सफाई नहीं होने के कारण नाला का गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। कचहरी रोड में एलआईसी ऑफिस से लेकर हरखौली तिराहे तक सालों भर जलजमाव की स्थिति रहती है। दुर्गंध से आसपास के लोगों का जीना मुहाल है। राह चलते लोगों को भी कठिनाई होती है। वहीं हल्की बारिश के बाद कचहरी रोड में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है|
शहर में जल निकासी के लिए नालों का निर्माण कराया गया है। ताकि शहर का पानी छोटे नालों के जरिए मुख्य नालों से होकर बाहर निकल सके। लेकिन अधिकांश नालों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। जिसके कारण नाला जाम हो जाता है। जल निकासी अवरुद्ध हो जाती है और बरसात में पूरा शहर जल जमाव से डूब जाता है।
वहीं कई वार्डों में तो नाला निर्माण भी नहीं किया गया है। शहर के स्टेशन रोड में नाला नहीं बनने से बरसात में पानी भर जाता है। नगर परिषद द्वारा बरसात पूर्व नालों की उड़ाही का कार्य शुरू किया गया है।