पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) कोरोना के प्रसार को रोकने और बाद के चरणों में सख्त प्रतिबंधों ने विवाह संस्था को प्रभावित किया है। यह जानकर हैरानी होती है कि कोरोना के कारण 40,000 से अधिक शादियां स्थगित कर दी गई है। कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए पिछले साल मार्च में तालाबंदी की गई थी। भीड़ से बचने के लिए कई चीजों पर सीमाएं थी्ं। इसमें मंगल कार्यालय भी शामिल थे। पिछले साल कई शादी समारोह रद्द कर दिए गए थे। कई लोगों ने दोनों पक्षों के सैकड़ों लोगों की उपस्थिति के कारण शादी को स्थगित कर दिया। शादी में शामिल होने वाले लोगों की संख्या की एक सीमा थी।
इसका असर दिवाली के बाद शादी के पल पर देखा गया। हालांकि कोरोना रोगियों की संख्या में वृद्धि के कारण फरवरी के बाद कोई तालाबंदी नहीं की गई थी,केवल 50 लोगों की शादी में उपस्थिति पर सख्त प्रतिबंध प्रतिबंधित था। महाराष्ट्र कैटरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष किशोर सरपोतदार ने कहा कि विवाह समारोह को स्थगित करने का समय आ गया है। शहर में 900 जगहों पर शादियां होती हैं, जिनमें 250 मार्स ऑफिस,150 लॉन,275 बैंक्वेट हॉल और क्लब हाउस शामिल है। महाराष्ट्र कैटरिंग एसोसिएशन के सदस्य इन कार्यालयों से जुड़े हुए है। मैंने तालाबंदी के दौरान उनकी बैठक बुलाने की पहल की थी क्योंकि मंगल कार्यालयों का कोई संबंध नहीं था। बिबवेवाड़ी के यश लॉन में बड़ी संख्या में शादी समारोह आयोजित किए जाते है। शादी 10 मार्च को यहां हुई थी। पिछले दो माह के विवाह समारोह को रद्द कर दिया गया है और सभी संबंधित लोगों को अग्रिम भुगतान कर दिया गया है।
तिथि पंचांग के अनुसार अप्रैल से जुलाई तक 40 शादी के क्षण और 10 मुंजी क्षण है। मारवाड़ी,गुजराती और पंजाबी समुदायों का पंचांग अलग है। उनके पंचांग के अनुसार 45 मुहूर्त थे। मंगल कार्यालय लॉन,बैंक्वेट हॉल और क्लब हाउस सभी शहर में 900 स्थानों पर आयोजित किए जाते है। कोरोना के प्रकोप के कारण इस मौसम में 40,000 से अधिक विवाह नहीं हो सके। अब दीवाली के बाद नवंबर में चार और दिसंबर में ग्यारह दिन होते है। होम,मेहंदी और संगीत कार्यक्रम भी रद्द कर दिए गए है। फिलहाल शादी का आधा हिस्सा कंसर्ट पर खर्च होता है। विवाह समारोह से जुडे व्यवसाय पर काफी बुरा असर पडा है।