उचकागांव। व्हीएसआरएस संवाददाता: सहज,सरल व सच्चे मन से जब-जब याद किया गया है भगवान मदद को दौड़े आए हैं|ईश्वर हर पल अपने भक्तों का ध्यान रखते हैं| उन्हें रिझाने के लिए अटूट श्रद्धा व भक्ति सहित सम्पूर्ण समर्पण की जरूरत है|ईश्वर ने गज की करुण पुकार पर ग्राह को मार कर उसे उबारा तो चिर हरण के वक्त द्रौपदी की लाज रखी।
वे बड़े ही दयालु और कृपालु हैं। उक्त बातें माधवालाल मठिया गांव के सेवाश्रम में आयोजित भजन-कीर्तन व सत्संग में जुटी संतों व श्रद्धालुओं की जमात के बीच बाबा राजदेव दास ने कही| इस अवसर पर भक्तों व ग्रामीणों की भारी भीड़ जुटी।
संतों व श्रद्धालुओं की सेवा व भंडारे की व्यवस्था में समाजसेवी व व्यवसायी रामसेवक उर्फ तूफानी, श्रीकांत बाबा, रामेश्वर व्यास, हाकिम व्यास, अनिरुद्ध व्यास, सूरज, अमरजीत, प्रिंस, रामविचार, राजा,भैरो बाबा आदि थे।