पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) कोरोना संक्रमण शहर में तेजी के साथ फैल रहा है। हालांकि प्रशासन ने सार्वजनिक स्थानों पर नागरिकों को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है, लेकिन पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि कई लोग मास्क पहनने पर नियमों का उल्लंघन कर रहे ह््ैं। पिछले आठ महीनों में पुलिस ने उन 2 लाख 81 हजार नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की है जिन्होंने मास्क नहीं पहना था और उनसे 13 करोड़ 69 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है।
कोरोना संक्रमण में मास्क नहीं पहनने वाले नागरिकों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है। सार्वजनिक स्थानों पर उपयोग करते समय मास्क पहनना अनिवार्य है। यह देखा गया है कि बहुत से लोग केवल नाम के मुखौटे पहनते ह््ैं। कई इस बात से अनजान हैं कि नाक के नीचे फिसलने से संक्रमण हो सकता है। पुणे शहर के विभिन्न हिस्सों में हर दिन पुलिस द्वारा मास्क नहीं पहनने वाले नागरिकों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर दूरी बनाए रखने, मास्क पहनने और कीटाणुओं का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। इस बीच, शहर में कोरोनरों की संख्या घट गई थी। उस समय कई लोग इस भ्रम के तहत सार्वजनिक स्थानों पर रह रहे थे कि कोरोना चला गया है।
कार्रवाई के लिए विरोध और बहस
हर दिन औसतन 3,000 नागरिकों पर पुलिस द्वारा मुखौटे न पहनने का मुकदमा चलाया जाता है। पुलिस सिग्नल चौराहों पर ड्राइवरों को रोकती है, और जो लोग सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनते हैं,उनकी निगरानी पुलिस द्वारा की जाती है। दंडात्मक कार्रवाई करते हुए नागरिक पुलिस का विरोध करते ह््ैं। नागरिकों से बहस के प्रकार होते ह््ैं। ऐसे मामलों में पुलिस द्वारा अपराधियों के खिलाफ सरकारी कार्यों के साथ-साथ अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज किए जाते ह््ैं। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग नहीं करने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। सभी को स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है। मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है।