पिंपरी । व्हीएसआरएस न्यूज़ : पिंपरी चिंचवड़ शहर एशिया में अपनी अलग पहचान रखता है शहर विश्व में कई नामों से विख्यात है… संतों की भूमि,लेबर सिटी,ऑटो हब,ऑटो सिटी, स्पोर्ट्स सिटी,एजुकेशन हब या उद्योग नगरी “शहर एक नाम अनेक”,शहर और एक नाम से पिंपरी-चिंचवड संबोधित किया जाने वाला है जी हां हम “कलानगरी” की बात कर रहे हैं।
पिंपरी-चिंचवड शहर को और एक पहचान मिलने जा रही है “कलानगरी” केंद्र सरकार ने शहर में ललित कला अकादमी शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है राज्य में यह पहला ललित कला अकादमी केंद्र होगा। यह दावा भाजपा के शहर अध्यक्ष और विधायक महेश लांडगे की है ।
विधायक महेश लांडगे ने बताया कि भोसरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र में लगभग 15 एकड़ भूमि पर यह अकादमी शुरू की जाएगी । देश में विभिन्न राज्यों में ललित कला अकादमी शुरू की गई है, मगर कला की पंढरी कहे जाने वाले महाराष्ट्र इससे दूर ही था कला अकादमी महाराष्ट्र में शुरू हो इसके लिए राज्य के शिल्पकार मूर्तिकार चित्रकार पिछले 40 वर्षों से प्रयास कर रहे थे। इंडस्ट्रियल सिटी, लेबर सिटी ऑटो हब, ऑटो सिटी, स्पोर्ट्स सिटी, एजुकेशन हब और आने वाले समय में शहर कलानगरी के नाम से जाना जाएगा। राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री और विपक्ष के वर्तमान नेता देवेंद्र फड़णवीस और केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्री प्रल्हाद सिंह की मदद से सभी ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है पिंपरी-चिंचवड में ललित अकादमी की स्थापना शहर की लोकप्रियता को और बढ़ाएगी विशेष रुप से यह अकादमी महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवड में स्थापित की जा रही है यह स्थानीय लोगों स्थानीय कलाकारों के लिए एक मंच तैयार करेगा ।
अकादमी के अध्यक्ष उत्तमराव पाचर्णे ने बताया कि पिछले 40 वर्षों से महाराष्ट्र में ललित कला अकादमी शुरू करने की मांग की जा रही थी। राजनीतिक उदासीनता ने कला अकादमी केंद्र की स्थापना में बाधा उत्पन्न की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस में ध्यान दिया और संस्कृति मंत्रालय को दिशा निर्देश दिए । उन्होंने बताया कि दिल्ली से चेन्नई तक पश्चिमी भाग में कोई केंद्र नहीं है । अतः इस क्षेत्र में कलाकारों के साथ अन्याय हो रहा था । 4 केंद्र देश में होने थे उसमें से एक मुंबई जा रहा था हालांकि ऐसा नहीं हुआ । केंद्र सरकार ने मांग की थी । ललित कला अकादमी के अध्यक्ष उत्तमराव पाचर्णे, विधायक महेश लांडगे और पिंपरी-चिंचवड मनपा आयुक्त श्रवण हर्डिकर ने केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्री प्रल्हाद सिंह से मिलकर शहर में ललित कला अकादमी शुरू करने के लिए पुरजोर कोशिश की ।