देहरादून। व्हीएसआरएस न्यूज: इस साल का पहला कोविड कर्फ्यू शहर में पूरी तरह से बेअसर रहा। पुलिस की कार्रवाई सिर्फ चालान तक सीमित रही। पुलिस की ओर से मास्क व शारीरिक दूरी नियम के उल्लंघन में काटे गए 2270 चालान इस बात की गवाही दे रहे हैं कि लोग कर्फ्यू के बावजूद किस तरह बेखौफ शहर में घूमते रहे।
कल रविवार को कोविड कर्फ्यू के दौरान पुलिस किसी को भी सड़क पर निकलने से नहीं रोक पाई। कुछ चुनिंदा चौराहों को छोड़ दें तो कहीं भी पुलिस नजर नहीं आई, जिससे लोग भी बिना किसी डर के वाहनों पर घूमते नजर आए। यहां तक कि दुपहिया वाहनों में तीन से चार लोग सवार होकर यहां-वहां घूमते रहे। रविवार को केवल घंटाघर व दिलाराम चौक पर ही पुलिस वाहनों की चेकिंग करती दिखी।
इसके अलावा प्रेमनगर, रायपुर व आइएसबीटी क्षेत्र में कुछ देर तक चेकिंग की गई। वहीं निरंजनपुर सब्जी मंडी, बल्लीवाला फ्लाईओवर, बल्लूपुर चौक, कैंट क्षेत्र, राजपुर क्षेत्र में पुलिस के एक दो जवान ही चौराहों पर ड्यूटी पर लगे हुए थे। यहां तक कि पुलिस थानों व पुलिस चौकी के बाहर एक भी सिपाही बेखौफ घूमते व्यक्तियों को समझाता नजर नहीं आया। चौराहों पर अनावश्यक रूप से घूमने वाले वाहन चालकों की कोई चेकिंग नहीं हुई।
वही घंटाघर में वाहन चालकों को रोककर जब उन्हें कर्फ्यू के दौरान शहर में घूमने का कारण पूछा गया तो वह अलग-अलग बहाने बताने नजर आए। किसी ने कहा कि उसे शादी में हिस्सा लेने जाना है तो कोई कहता कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है, ऐसे में वह अस्पताल में टेस्ट करवाने जा रहा है। अधिकतर वाहन चालकों का यही बहाना था कि अस्पताल में उसका रिश्तेदार भर्ती है, ऐसे में वह दवाई लेने जा रहा है। इसके कारण पुलिस को मजबूरन उन्हें छोड़ना पड़ा।
इस बारे मे एसपी सिटी सरिता डोबाल ने बताया कि जिले में पुलिस फोर्स कम होने के कारण पूरी तरह से चेकिंग नहीं करवा पाए। कुछ पुलिस कर्मी कुंभ ड्यूटी से अभी वापस नहीं आ पाए हैं, वहीं कुछ रैंकर्स भर्ती में हिस्सा लेेने गए हुए हैं। इसके बावजूद पुलिस ने 2270 चालान किए। व्यवस्था बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।