मुंबई (व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र सरकार गिरने का सपना देख रही भाजपा और देवेंद्र फडणवीस अब अपनी पार्टी के नेताओं के पलायन को रोकने में नाकाम साबित हो रहे है। पहले भाजपा का कद्दावर नेता एकनाथ खडसे राष्ट्रवादी में शामिल हुए अब पंकजा मुंडे कतार में खडी है। देवेंद्र की कार्यशैली से नाखुश कई नेता विधायक भी पार्टी छोडकर जाने की तैयारी में लगे है। इस कड़ी में दिवंगत पंकजा मुंडे ने शरद पवार की तारीफ कर बीजेपी आलाकामान को बेचैन कर दिया है। पुणे में आयोजित बैठक में गन्ना किसानों से संबंधित समस्या व भूगतान को लेकर पंकजा मुंडे आयी थी। इस मौके पर शरदव पवार के काम करने की स्टाइल की जमकर प्रशंसा की। चचेरा भाई और राज्य सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे भी साथ थे। बाद में दोनों भाई बहन की अकेले गुप्त मीटिंग हुई। कयास लगाए जा रहे है कि जल्द पंकजा मुंडे राष्ट्रवादी का थामन थाम सकती है।
बन रहा है नया समीकरण
जिस प्रकार से पंकजा मुंडे ने खुले दिल से शरद पवार की तारीफ की है। उससे अब राजनीतिक हलके में नए कयास भी लगने शुरू हो चुके हैं।अब यह कयास लगने शुरू हो चुके हैं कि भविष्य में पंकजा मुंडे भी शरद पवार की पार्टी में शामिल हो सकती हैं। हाल ही में एकनाथ खडसे ने भाजपा छोड़कर राष्ट्रवादी पार्टी में प्रवेश किया है। एकनाथ खडसे की तरह पंकजा मुंडे को भी महाराष्ट्र में बीजेपी ने हाशिए पर रखा हुआ है।
कोरोना काल में भी कई जगहों का दौरा किया था
शरद पवार ने कोरोना महामारी के दौरान भी राज्य के कई शहरों में जाकर हालात का जायजा लिया था और लोगों की समस्याओं को समझने का प्रयास किया था। यह वो समय था जब दूसरे नेता अपने घरों से नहीं निकल रहे थे। पंकजा ने इसी बात का उल्लेख करते हुए कहा कि कोरोना काल में भी इतने दौरे और इतनी सारी मीटिंग्स आपने की हैं जो वाकई में अद्भुत है। पंकजा ने ट्वीट में लिखा है कि भले ही हमारी पार्टी विचारधारा और राजनीति अलग है, लेकिन गोपीनाथ मुंडे जी ने हमें कड़ी मेहनत करने वालों के प्रति सम्मान दिखाना सिखाया है।
एक साल बाद मिले पंकजा और धनंजय मुंडे
पुणे में हुई इस बैठक में सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे भी मौजूद थे। तकरीबन एक साल के बाद पंकजा और धनंजय इस मीटिंग में आमने-सामने आए थे। दोनों के बाद में मुलाकात भी हुई। बैठक के दौरान भी पंकजा मुंडे और धनंजय मुंडे के बीच में कुछ चर्चा हुई। धनंजय मुंडे फिलहाल एनसीपी कोटे से मंत्री बने हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में यह दोनों भाई बहन एक दूसरे के धुर विरोधी माने जाते हैं। लेकिन गन्ना मजदूरों के लिए पंकजा और धनंजय एक साथ एक मंच पर दिखाई दिए। इस मीटिंग में गन्ना मजदूरों की हड़ताल के मुद्दे को हल करने के लिए चर्चा हुई। बीते दो महीनों से गन्ना मजदूरों की मजदूरी का प्रश्न पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ है।