• हंगामा, आगजनी व प्रदर्शन कर किया पंचदेवरी जमुनहां मार्ग।
• चार घंटे तक जाम रहा पंचदेवरी-जमुनहां व सेमरा-कटेया पथ।
पंचदेवरी। व्हीएसआरएस संवाददाता: कटेया पुलिस की गलत कार्रवाई के खिलाफ गुरूवार को सिधरियां, सेमरियां, मौनाहां, सेख सिधरियां, नकटहीं सहीत आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने पंचदेवरी जमुनहां के बीच स्याही में पंचदेवरी-जमुनहां व सेमरा-कटेया पथ को जाम कर दिया। और हंगामा व प्रदर्शन करने लगे। बहुत देर तक जब पुलिस नहीं आई तो ग्रामीण और आक्रोशित हो गए। एंव मुख्य सड़क के बीच आगजनी कर कटेया पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। ग्रामीणों का आरोप था कि तीन दिन पूर्व सोमवार की रात थाना क्षेत्र के सिधरियां गांव निवासी सभानंद चौधरी के बेटे मिथलेश यादव को पुलिस ने छापेमारी कर बिना किसी आरोप के उठा ले गई। तीन दिनों तक जब पुलिस ने युवक को रिहा नहीं किया तो ग्रामीण आक्रोशित हो उठे।
ग्रामीणों के हंगामे के कारण पंचदेवरी-जमुनहां व सेमरा-कटेया पथ चार घंटे तक जाम रहा। इस दौरान छोटे वाहन तो अगल बगल से निकल गए। लेकिन बड़े वाहनो की लम्बी लाईन लगी रही। इस बीच पंचदेवरी पिकेट प्रभारी सुनील कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां उनको ग्रामीण के आक्रोश का समना करना पड़ा। ग्रामीण पुलिस पर कई संगीन अरोप लगा रहे थे। बाद में थानाध्यक्ष सुमन कुमार मिश्र द्वारा काफी समझान के बाद मामला शांत हुआ।
आरोपित मिथलेश के पिता सभानंद ने बताया कि उनके बेटे को छोड़ने के लिए कटेया थानाध्यक्ष एक लाख रूपए की मांग कर रहे थे। नहीं देने पर गलत केस में फंसाने की बात कर रहे थे। गुरूवार की सुबह में एक अखबर में पुलिस के बयान पर मिथलेश के फोटो के साथ कई संगीन आरोप लगाकर खबर छापी गई थी। परिजनों ने बताया कि रूपए नहीं देने पर मिथलेश को पुलिस ने गलत व झूठे केस में फंसाने का काम कर रही है। उनका बेटा निर्दोष है।
मिथलेश यादव के गिरफ्तारी के विरोध में ग्रामीणों के हंगामें के कारण चार घंटा तक आवागमन पूरी तरह से बाधित रहा। धरना व प्रदर्शन की जानकारी कटेया पुलिस को होने के बावजूद चार घंटे लेट पुलिस धरना स्थल पर पहुंची। जिस कारण बहुत देर तक आम लोगों को परेशानियों का समाना करना पड़ा। साथ हीं पुलिस को भी उग्र ग्रामीणों के आक्रोश का समाना करना पड़ा। पुलिस के सामने ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की। इस दौरान ग्रमीणों के भीड़ के आगे पुलिस मौन रही।
पुलिस ने मिथलेश को उसके घर से मंगलवार की अहले सुबह यानी की सोमवारी की रात करीब ढ़ाई बजे गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान दरवाजे पर हीं पुलिस ने मिथलेश को परिजनों के सामने पिटाई भी की। पुलिस उसे गंजी व बनियान पर ले गई। लेकिन, एक अखबर में पुलिस के बयान पर मिथलेश की गिरफ्तारी सिधरियां पुल के पास से दिखाई गई है। साथ हीं उसके पास से एक कांटा व दो कारतूश भी बरामद की बात छपी थी। जिसे देख ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क को जाम कर दिया।
कटेया थानाध्यक्ष सुमन कुमार मिश्र, ने बताया कि तीन दिन पहले युवक की गिरफ्तारी हुई थी। पुछताछ के क्रम में उसके साथी ने बहुत लोगों का नाम रखा है। गांव के लोगों को गलतफहमी हुई थी। मोबाईल का टावर लोकेशन निकाला जा रहा है, जांच के बाद सत्य सामने आएगा।
प्रदर्शन करने वालों में गुलाबी देवी, शेषनाथ यादव, सुरेन्द्र यादव, हिरालाल यादव, जीउत यादव, राधेश्याम यादव, सिंहासन चौधरी, विद्यानंद चौधरी, बबिता देवी, अनिता देवी, गिरजा देवी, ललिता देवी, जितेन्द्र शर्मा, मुबारक साह, आदिल सिद्दिकी, हजारी सिंह, हवलदार मियां, व्यास यादव आदि थे।