पटना । व्हीएसआरएस न्यूज: बिहार में पूर्ण लॉकडाउन लगाने का एलान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कर दिया है। उन्होंने बताया कि राज्य में 15 मई तक पूर्ण लॉकडाउन लागू रहेगा। राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लगाने के लिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यानी आइएमए के डॉक्टर, पटना एम्स के डॉक्टर, कैट से जुड़े व्यवसायियों के अलावा इंजीनियरों का संगठन बेसा भी लगातार मांग कर रहा था। पटना हाईकोर्ट ने भी सोमवार को इस मसले पर राज्य से जवाब मांगा था।
बिहार में कोरोना से होने वाली मौत की संख्या में भी लगातार वृद्धि देखी जा रही है. ऐसे में कई समूहों व संगठनों से प्रदेश में लॉकडाउन की मांग उठाई जा रही थी. सोमवार को तो पटना हाईकोर्ट ने भी सरकार से पूछा कि आखिर बिहार में कब लॉकडाउन लगाया जाएगा? जबकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी राज्य में लॉकडाउन लगाने की मांग की थी. इन परिस्थियों के बीच लॉकडाउन पर फैसला लिये जाने की संभावना थी ।
इसको लेकर सरकार के गृह विभाग द्वारा आदेश जारी किया गया है साथ ही पाबंदियों और छूट को लेकर भी सरकार ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है. लॉकडाउन के दौरान बिहार में सभी कार्यालय बंद रहेंगे लेकिन जिला प्रशासन, पुलिस, सिविल डिफेंस आपूर्ति, विभाग स्वास्थ्य विभाग, दूरसंचार विभाग, डाक विभाग जैसे कार्यालयों को इससे अछूता रखा गया है।
इसके अलावा अस्पताल और नर्सिंग होम, दवा दुकानें, मेडिकल लैब इत्यादि बंद से प्रभावित नहीं होंगी. बंद के दौरान बिहार सरकार के ने वाणिज्य व अन्य निजी प्रतिष्ठानों को पूरी तरह बंद रखने का निर्णय लिया है। इस दौरान बैंकिंग, बीमा ,एटीएम जैसे प्रतिष्ठान नहीं आएंगे साथ ही सभी प्रकार की निर्माण इकाइयों का कार्य भी पहले की तरह जारी रहेगा| आवश्यक सेवाओं के तौर पर पेट्रोल पंप, एलपीजी के अलावा फल सब्जी मांस मछली दूध इत्यादि की दुकाने सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे तक खुली रहेगी।
सार्वजनिक जगह पर अनावश्यक रूप से पैदल सहित अन्य तरह का परिचालन पूरी तरह बंद रहेगा इसके अलावा सभी प्रकार के वाहनों पर भी परिचालन पर रोक लगेगी. पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बैठने की क्षमता 50% के लिए रहेगी जबकि रेल समिति ने लंबी दूरी यात्रा करने वाले लोगों को ही सार्वजनिक परिवहन के उपयोग की अनुमति होगी| वैसे निजी वाहन जिन्हें जिला प्रशासन द्वारा विशेष कार्य हेतु की पास निर्यात है वह भी जारी रहेंगे, हालांकि लॉकडाउन के दौरान बिहार में सभी प्रकार के मालवाहक वाहनों का पहले से परिचालन सुचारू रहेगा।
लॉकडाउन के दौरान सभी तरह के स्कूल, कोचिंग समेत शिक्षण संस्थान पूरी तरह से बंद रहेंगी साथ ही किसी भी तरह की परीक्षाएं नहीं ली जाएंगी| रेस्टोरेंटे की दुकानें बंद रहेंगी इसके लिए होम डिलीवरी की फैसिलिटी होगी जो सुबह 9:00 से शाम 9:00 बजे तक होगी. लॉकडाउन में धार्मिक स्थल पूरी तरह से बंद रहेंगे वही सभी प्रकार के सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन भी पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगे. लॉकडाउन में बिहार के सिनेमा हॉल शॉपिंग मॉल आदि भी बंद रहेंगे. विवाह समारोह हेतु 50 व्यक्तियों की उपस्थिति के साथ आयोजित किए जाएंगे लेकिन इस दौरान डीजे की अनुमति नहीं होगी सूचना कम से कम 3 दिन पहले थाने को देनी पड़ेगी जबकि श्राद्ध कर्म के लिए 20 व्यक्तियों की सीमा निर्धारित की गई है।
पटना हाईकोर्ट ने भी पूछा था सवाल
हालांकि पटना हाईकोर्ट ने भी बिहार में कोरोना संक्रमण से बिगड़ते हालातों पर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुका है. सोमवार को न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह और न्यायमूर्ति मोहित कुमार शाह की खंडपीठ ने बिहार सरकार से पूछा कि बिहार में लॉकडाउन लगाने की क्या तैयारी है. कब तक राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लगाया जाएगा. हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए सरकार के सिस्टम को फ्लॉप बताया था. साथ ही राज्य सरकार से इस मसले पर मंगलवार यानी आज जवाब देने को कहा।
दरअसल राज्य में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने की तमाम कोशिशें अब तक नाकामयाब साबित हुई हैं। प्रदेश में हर रोज 13 से 15 हजार तक नए मरीज मिल रहे हैं। स्थिति की समीक्षा के बाद सरकार 15 मई से आगे के लिए फैसला लेगी।
सोमवार को भी मुख्यमंत्री ने की थी बैठक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राज्य में कोविड की स्थिति पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उच्चस्तरीय बैठक की थी। इस क्रम में उन्होंने निर्देश दिया कि प्रशासन और पुलिस कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन कराए। उच्चस्तरीय बैठक के पूर्व मुख्यमंत्री ने स्वयं शहर का जायजा लिया।
पटना की सड़कों का सीएम ने खुद लिया जायजा
कोविड पर उच्चस्तरीय बैठक के पहले मुख्यमंत्री ने सोमवार की दोपहर बेली रोड, दानापुर, दीघा, गांधी मैदान, डाकबंगला, कंकड़बाग, करबिगहिया, मीठापुर सब्जी मंडी व अन्य इलाकों का जायजा लिया। पिछली बार भी आपदा प्रबंधन समूह की बैठक के पूर्व उन्होंने स्वयं शहर के विभिन्न हिस्सों का जायजा लेकर सख्ती बढ़ाए जाने का निर्णय लिया था।
कोरोना संक्रमण के 11 हजार से अधिक मामले सामने आए
आपको बताते चले कि सोमवार को बिहार में कोरोना संक्रमण के 11407 नए मामले सामने आए| जबकि 82 मरीजों की मौत भी हुई| नए मामले सामने आने के बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव (सक्रिय) मरीजों की संख्या 1,07,667 पहुंच गई. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को राज्य में संक्रमण के 11,407 नए मामलों की पुष्टि हुई| राजधानी पटना में सर्वाधिक 2,028 नए संक्रमित मिले, जबकि गया में 662, बेगूसराय में 510, वैशाली में 1,035, पश्चिमी चंपारण 549 तथा मुजफ्फरपुर 653 नए कोरोना संक्रमित मिले. राज्य में एक दिन में कुल 72,658 नमूनों की जांच की गई।