मांझागढ़| व्हीएसआरएस संवाददाता: प्रखण्ड के निमुइयाँ पंचायत में बाढ़ का पानी कम होने के बाद कटाव जारी है । कटाव के डर से लोग घर तोड़कर दूसरे जगह जाने को मजबूर हो रहे हैं । उल्लेखनीय है कि माँझा प्रखण्ड का निमुइयाँ पंचायत पूर्णतः बाढ़ प्रभावित है । बाल्मीकिनगर बराज से पानी छोड़े जाने के बाद गंडक का जलस्तर बढ़ जाता है । जिसकी वजह से पूरे क्षेत्र में पानी भर जाता है । इस वर्ष भी पूरा पंचायत जलमग्न हो गया था । लोग कई दिनों तक बांध पर शरण लेकर रह रहे थे ।
हालांकि अब जलस्तर कम हुआ है । लेकिन जलस्तर कम होने के बाद गंडक नदी में कटाव तेज हो गया है । कटाव के डर से लोग पक्का मकान तक तोड़ रहे हैं । लोगों का कहना है कि करीब 3 किलोमीटर तक गंडक ने कटाव कर विशाल भूखंड को नदी में समाहित कर लिया है । अगर शीघ्र ही इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो आधा किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित मथुरा साह का टोला , विशुन साहनी का टोला सहित अन्य कई टोला पर इसका असर पड़ेगा व गांव का नामोनिशान मिट जाएगा ।
हालांकि बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा शीघ्र ही कार्य शुरू करने की बात सामने आ रही है । लेकिन अब तक निमुइयाँ दियारा क्षेत्र के लोग दहशत के साये में जीवन व्यतीत कर रहे हैं । दिन प्रतिदिन कटाव तेजी से हो रहा है । गरीब लोगों के पास रहने को घर नहीं बचेगा । प्रखण्ड के बाढ़ पीड़ितों को अब तक किसी भी प्रकार की सहायता राशि तक नहीं मिली है । बांध पर शरण लेने वाले लोगों को इस बार पॉलीथिन तक नहीं मुहैया कराया जा सका है ।