बक्सर। व्हीएसआरएस संवाददाता: अराजक तत्वों ने सोमवार की आधी रात डेढ़ से दो बजे के बीच कोविड अस्पताल में जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की। इतने पर भी उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उन लोगों ने अस्पताल पर पत्थर भी फेंके, जिससे खिड़की के शीशे चकनाचूर हो गए।
अस्पताल में तैनात ऑन ड्यूटी डॉक्टर ने घटना की सूचना पुलिस को दी, जिसे बाद नगर थाना की टीम वहां पहुंची। हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही अराजक तत्व वहां से फरार हो गए। बताया जाता है कि कुछ लोग कथित रूप से कोरोना से पीड़ित एक महिला की स्थिति गंभीर होने पर वहां लेकर आए थे, छॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया, जिस पर साथ और स्वजनों का गुस्सा भड़क गया और उन लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।
नोंकझोंक और मारपीट की नौबत आने पर चिकित्सक और कर्मी अंदर भाग गए। अस्पताल में 50 कोविड मरीज भी भर्ती हैं और वे लोग भी सहम गए अैर अपने उरवाजे बंद कर लिए। ऐसे में गुस्सा जाहिर करने के लिए लोगों ने वहां पथराव शुरू कर दिया। इससे वहां अफरातफरी मच गई। लोग इतने गुस्से में थे कि आसपास के भवनों में रहने वाले कोई मदद के लिए भी आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।
डॉक्टर ने प्रभा पदाधिकारी डॉ. सुधीर कुमार को स्थिति की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस के आने से पहले माहौल शांत हो चुका था और अराजक तत्व शव के साथ वहां से निकल चुके थे। पुलिस तोड़फोड़ करने वालों की पहचान करने में जुटी है।
सुरक्षा के नाम पर लाठीधारी भी नहीं
जिला प्रशासन के आदेश पर नवनिर्मित जीएनएम स्कूल के प्रशासनिक भवन में कोविड अस्पताल बनाया गया है। यहां तीन सौ मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है। अभी भी वहां 50 से ज्यादा मरीज भर्ती है। कोविड अस्पताल बनाने के बावजूद सुरक्षा के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। कुछ लोग कोविड की गंभीरता को हल्के में ले रहे हैं और सतर्कता बताए जाने पर तुरंत उग्र हो जाते हैं। ऐसे में जान को खतरे में डालकर चिकित्सक कर्मी मरीजों की सेवा कर रहे हैं।
हंगामे की सूचना पर रात में कोविड अस्पताल पहुंचे नोडल पदाधिकारी सह प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.सुधीर कुमार ने बताया कि लोग जब वहां महिला को लेकर पहुचे उस समय वह मर चुकी थी। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने महिला को देखकर मृत घोषित किया और तो परिजन हंगामा करने लगे। उन लोगों ने मृतक महिला का नाम भी इंट्री करने नहीं दिया।