पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज)31 दिसंबर की वो काली रात पुणे जैसे संस्कृति,धार्मिक,विद्यानगरी के लिए शर्मशार कर गई। सबसे ज्यादा दुखद इस बात की है कि पुणे पुलिस कंट्रोल रुम में बैठकर गृहमंत्री अनिल देशमुख शहर की जनता से हैलो हैलो बोलकर संवाद साध रहे थे और महिलाओं की सुररिक्षत होने का भरोसा दिला रहे थे तो दूसरी ओर पुणे में ही एक कामकाजी 20 वर्षीय युवती घर लौटते समय दरिंदे हवस का शिकार बना रहे थे। गृहमंत्री की शहर में मौजूदगी के बावजूद पुलिस ने महिला की आबरु लुटने से बचा नहीं सके। महाराष्ट्र सरकार की महिलाओं के प्रति सुरक्षा की पोल खोलकर रख दिया।
पुणे के खराडी परिसर का यह मामला है। 31 दिसंबर की रात 20 वर्षीय महिला काम से घर लौट रही थी तो एक युवक उसे रोककर उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद आरोपी वहां से भाग निकलने में कामयाब रहा। ऐसी जानकारी व़िश्रांतवाडी थाने के एक अधिकारी ने दी। हलांकि दो दिन बाद पुलिस ने दुष्कर्मी को ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर ली।
भाजपा की महिला विंग की उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने घटना की निंदा की और गृहमंत्री के महिला सुरक्षा के दावों पर जमकर कटाक्ष की। गृहमंत्री अनिल देशमुख पुणे शहर में होने के बावजूद महिलाओं के साथ अत्याचार हो गया और वे हैले हैलो बोलते रहे। यह सब दिखावा और पब्लिसिटी स्टंटबाजी है। जबकि महिला सुरक्षा की सच्चाई दावों से कोसों दूर है।