पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे के जंगली महाराज रोड और फर्ग्यूसन कॉलेज रोड के चार किलोमीटर के सौंदर्यीकरण के लिए 32 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके अलावा सौंदर्यीकरण ने मुख्य सड़क की चौड़ाई कम कर दी है और यातायात की भीड़ को कम कर दिया है। स्मार्ट सिटी के नाम से पुणे में क्या हो रहा है? यह पुणे के लोगों के सामने का सवाल है। पुणे में एफसी रोड लोगों को समायोजित करने के लिए जेएम रोड की स्थापना की गई है। आकर्षक मेहराब, रंग-बिरंगे खंभे और पर्याप्त छाया कई घंटों तक बैठने की अनुमति देते हैं। पुणे में फर्ग्यूसन कॉलेज रोड यानी एफसी रोड और उससे सटे जंगली महाराज रोड यानी जेएम रोड को इस तरह से सुशोभित किया गया है।
हालांकि स्मार्ट सिटी के नाम पर इस सौंदर्यीकरण के कारण मुख्य सड़क की चौड़ाई काफी कम हो गई है। सवाल यह है कि क्या सड़क वाहनों के लिए है या लोगों के बैठने के लिए है। जबकि शहर में कई पार्क हैं लोगों को समायोजित करने के लिए सड़क की चौड़ाई कम कर दी गई है। एफसी रोड के दो किलोमीटर और जेएम रोड के सौंदर्यीकरण के लिए कुल 32 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। लेकिन इस सौंदर्यीकरण के लिए संक्रांत सड़क पर कुछ पेड़ों पर आ गया है। यहां देखा जा सकता है कि प्राकृतिक सौंदर्य को नष्ट करके कृत्रिम सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी के माध्यम से पुणे में चयनित सड़कों पर अरबों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन क्या केवल एफसी रोड और जेएम रोड पुणे है? शहर की अन्य सड़कों की खराब स्थिति का क्या? यह सवाल पुणे की करदाता जनता पूछ रही हैं।