पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य के उपमुख्यमंत्री और पुणे के पालकमंत्री अजीत पवार अपनी बोलने की शैली के कारण हमेशा चर्चा में रहते हैं। अजित पवार का ऑफिस का काम सुबह से ही शुरू हो जाता है। इसलिए जहां भी कोई आयोजन होता है,वहां अधिकारियों की भागमभाग देखने को मिलती है। ऐसी ही एक घटना पुणे में हुई। कोरोना ने एक बार फिर राज्य में अपना सिर उठाया है। एक नए प्रकार के कोरोना की भी आशंका है। अजीत पवार ने जिले में स्थिति की समीक्षा करने के लिए आज एक बैठक बुलाई थी। बैठक सुबह नौ बजे शुरू होनी थी। इसलिए बैठक की तैयारी चल रही थी। लेकिन उपमुख्यमंत्री अजीत पवार अचानक 8 बजे सभा स्थल पर पहुंचे। उप मुख्यमंत्री के निर्धारित समय से पहले आने से अधिकारियों के होश उड गए। बडे आला अफसर कार्यक्रम स्थल से नदारद दिखे। पुलिस आयुक्त और पुणे मनपा आयुक्त को अजित पवार के पहुंचने की खबर मिलते ही भागमभाग शुरु हो गई।
अजीत पवार सुबह जल्दी उठते हैं और अपना दैनिक कार्य शुरू करते हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम में सुबह उठने की अपनी आदत के बारे में बताया था। यह राकांपा सुप्रिमो शरद पवार की सुबह जल्दी उठने की आदत है। जैसा कि हम देख सकते हैं शरद पवार सुबह 7 बजे काम शुरू करते थे जब वो 27 साल के थे। देर रात दो बजे घर पहुंचे तो भी सुबह सात बजे काम पर लग जाते थे। भले ही वह अभी 80 साल के है,फिर भी हम देख सकते हैं कि आज भी सुबह उठकर काम पर लग जाते है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह से संस्कारी हैं। अगर हम सुबह काम शुरू करते हैं,तो वातावरण भी साफ रहता है। एक उत्साह,ऊर्जा महसुस होता है।
पुणे में कोरोना के रोगियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसलिए यहां के प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ पालिका द्वारा भी कई योजनाएं बनाई जा रही हैं। मरीजों की बढ़ी संख्या के लिए प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा के लिए अजीत पवार की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई।
पुणे में नए प्रतिबंध या तालाबंदी के सीमित रूप?
पुणे में बढ़ती रोगियों की संख्या ध्यान में रखते हुए नए प्रतिबंध लगाए जाएंगे या सीमित रूप से तालाबंदी की घोषणा की जाएगी। इस पर विचर मंथन हो रहा है।
बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा
कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए किए गए उपाय हॉटस्पॉट क्षेत्रों में कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए प्रभावी योजना प्रतिबंधित क्षेत्रों के प्रभावी कार्यान्वयन,स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर संपर्क,रोगियों का सर्वेक्षण,प्रभावी कार्यान्वयन के लिए रणनीतियाँ बनाने पर जोर दिया गया।
पुणे में प्रशासन की तैयारी क्या है?
राज्य के लगभग सभी जिलों में कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ रही है। सतारा जिले में कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन पाया गया है। इसलिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने विशेष देखभाल की अपील की है। पुणे पालिका भी बढ़ते कोरोना से निपटने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। पालिका ने मरीजों के लिए ऑक्सीजन बेड के साथ ही अन्य उपकरण भी उपलब्ध कराए हैं। प्रत्येक 15 क्षेत्रिय कार्यालयों में कम से कम तीन टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में एक स्वास्थ्य निरीक्षक और अन्य कर्मचारी शामिल होंगे।