पुणे । व्हीएसआरएस न्यूज़ : पुणे में स्नातक निर्वाचन चुनाव के लिए राष्ट्रवादी की ओर से एक सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में अजीत पवार ने अपनी अंदाज में भाषण देते हुए भाजपा नेताओं की जमकर बरसें। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के कई नेता कुछ जादा ही बडबडाने लगे हैं। खासकर विरोधी पार्टी के नेता बोल रहे हैं। पवार ने काहा की अपनी संस्कृती क्या है,हम किसके बा में क्या बोल रहें है। कुछ लोग बेहद निचले स्तर पर उतरकर बयान दे रहे हैं। जिनकी समाज में कोई कीमत नहीं है, यह कहते हुए अजीत पवार ने चंद्रकांत पाटिल पर निशाना साधा है।
राष्ट्रवादी कांग्रसे पार्टी के सप्रीमो शरद पवार पर टिप्पणी करने के मामले में आजित पवार ने विरोधीयों को अपनी औकात में रहने की बात कहीं। शरद पवार पर टिप्पणी करना अर्थात सुर्य पर थूंकना, तो साथ ही उन्होने अपनी शब्दों की रचना में विराम देते हुए कहा कि विनाश काले विपरीत बुध्दि। इस तरह के तीखे शब्दों के साथ एनसीपी के नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल पर कटाक्ष किया है। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति में संस्कृती की परंपरा है। लेकिन कुछ लोग राजनीति कर रहें है। विरोधी पार्टी के नेताओं को समज में नही आ राह कि आप किसके बा में क्या बोल रहे है।
उन्होंने कोरोना वैक्सिन के बारे में जानकारी देते हुए कहा की रोज समाचारों में पडता और सुनता हूं वैक्सिन आने वाली है, कल आएगी, इतने लोग मर रहे लेकिन अभी तक वैक्सिन आने को तैयार नही है। साथ ही लॉकडाउन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि राज्य कि स्थीती की समिक्षा की कर रही है। ओर 10 से 15 दिनों तक स्थिती की समिक्षा कि जाएगी। उसके अनुसार ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। कि राज्य में आगे लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा की नहीं यह सब समिक्षा पर ही निर्भर होगा। इसकी पुर्व घोषणा में सही नही समझता। में अभी कुछ बोलूंगा तो लोगों को ज्यादा परेशानी हो सकती है। कोरोना को लेकर सतर्क रहने के लिए सभी अधिकारीयों को निर्देश दिए गए है। जो भी कोविड सेंटर तुरंत शुरु करने के आदेश दिया जाएगा। वेंटिलेटर बेड,सामान्य बेड,सरकारी और प्रायव्हेट अस्पतालों में उपलब्ध कराए गए है।
आपको बतातें चले की महाराष्ट्र राज्य में वक्तृत्व तो की राजनीति चलती रहती है। कभी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, भाजपा, शिवसेना, कांग्रेस आदी पार्टीयाँ शब्दभेदी बाण से एक दुस पर कटाक्ष कतें हुए दिखाई देतें है। राज्य के उपमुख्यमंत्री भी अपने अंदाज में शब्दों कि चक्रव्यूह की रचना करतें रहतें है। पिछले गत सालो में उन्होने चंद्रकात पाटिल को चंपा कह के संबोधित किया था।
- अजीत पवार की टिप्पणी का जवाब देते हुए चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि मेरा बयान ओबीसी आरक्षण के संदर्भ में था, न कि शरद पवार का किसी प्रकार अनादर करना। पवार साहेब के बारे में मैंने कोई गलत बात नहीं कही। लेकिन साथ ही पूछना चाहता हूं कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह के बारे में जब आप अपमानजनक बयान बाजी आपको चलती है। आप देवेन्द्र फडणवीस को तरबूज और मुझे चंपा कहते हो, तो आपको चलता है। इसलिए जब आप दूसरों को बोलते हो, तो स्वयं भी सुनने की आदत आपको होनी चाहिए।