पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे स्नातक सीट से विजयी राष्ट्रवादी कांग्रेस उम्मीदवार अरुण लाड,भाजपा के उम्मीदवार संग्राम देशमुख और मनसे उम्मीदवार रुपाली पाटिल के विरुद्ध पिंपरी कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। यह याचिका हमारा विश्व फाउंडेशन की ओर से डॉ.अभिषेक हरिदास ने दायर की है। तीनों उम्मीदवारों पर आरोप है कि अपनी चुनावी हलफनामा में जानकारी छुपाई है। अगर यह बात कोर्ट में साबित हो जाती है तो राष्ट्रवादी कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार अरुण लाड का विधायक पद निरस्त हो सकता है।
हमारा विश्व फाउंडेशन के पदाधिकारी डॉ.अभिषेक हरिदास ने हमारे संवाददाता से एक साक्षात्कार में बताया कि एनसीपी उम्मीदवार अरुण लाड ने अपनी चुनावी प्रतिज्ञापत्र में जेएनएफसी के तहत एक मामला उन पर दर्ज है। यह मामला सांगली के पडुस कोर्ट में विचाराधीन है। जिसका आरसीसी 215/2015 है। यह एक प्रकार का 420 वाला मामला है। जिसकी जानकारी लाड ने अपने चुनावी हलफनामा में छुपाई है। ऐसा डॉ.अभिषेक हरिदास का आरोप है। भाजपा के उम्मीदवार संग्राम देशमुख के नाम में विषमता है। कहीं सरनेम देशमुख तो कहीं यादव का उल्लेख है। इसके अलावा जमींन की कीमत दो बार अलग अलग दिखाई है। मनसे उम्मीदवार ने चुनावी प्रतिज्ञापत्र में 5 मामले दर्ज होने का जिक्र किया है जबकि उन पर 10 मामले विचाराधीन है। ऐसा आरोप भरा पत्र कोर्ट में पेश किया गया है।
तीनों उम्मीदवारों के चुनावी हलफनामा में जानकारी छुपाने की बात भारत निर्वाचन आयोग के संज्ञान में डॉ.अभिषेक ने लगाया है। आयोग ने कोर्ट में जाने का सुझाव दिया। जिसके तहत हमारा विश्व फाउंडेशन की वकील नितिन म्हस्के,अनित अगरवाल की ओर से प्रथम न्याय दंडाधिकारी पिंपरी कोर्ट में तीनों उम्मीदवारों के विरुद्ध जनहित याचिक दायर की गई है। जिसकी पहली सुनवाई 14 दिसंबर को कोर्ट में होने वाली है। अगर कोर्ट में आरोप साबित होते है तो विजयी उम्मीदवार अरुण लाड का विधायक पद खतरे में पड सकता है। चुनाव निर्वाचन आयोग विधायक पद निरस्त भी कर सकता है।