पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के तेज स्वभाव को आज देखकर पुणे के ग्रामीणों के होश उड़ गए। अजित पवार ने सत्कार करने आए ग्रामीण आंचल के अपने कार्यकर्ताओं को डांटा। कहा कि काम करुं या सत्कार स्वीकार करुं। इतना सुनकर कार्यकर्ताओं मोहभंग हो गया। सबके चेहरों पर मायूसी छा गई।
राज्य सरकार की ओर से पारित अवैध बांधकाम को गुंठेवारी से नियमित करने की मंजूरी के मुद्दे पर खुश होकर पुणे के ग्रामीण हिस्सों से 10-12 कार्यकर्ता बिना पूर्व सूचना,अनुमति के पुणे में अजित पवार का सत्कार करने पहुंच गए। अजित पवार के लिए कुछ पूर्व-आयोजित बैठकें और कार्यक्रम निर्धारित किए गए थे। अगर सत्कार लेने में समय बिताते तो पूर्व नियोजित कार्यक्रमों में विलंब होना तय था। प्रवक्ता को बुलाया और सीधे फायरिंग शुरू कर दी। इतनी बड़ी संख्या में ग्रामीण और कार्यकर्ता आए। यदि मैं आज आतिथ्य स्वीकार करता हूं तो हर दिन स्वीकार करना पडेगा। क्या मुझे काम करना चाहिए या पुरस्कार स्वीकार करना चाहिए? यह सवाल अजीत पवार ने पूछा। इतना सुनक सत्कार करने आए लोगों के चेहरों का रंग उड गया।
चुनाव में घड़ी चलाओ
इस समय अजीत पवार ने श्रमिकों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए। पालिका चुनाव आ रहे हैं। इस चुनाव में घड़ी चलाइए। ज्यादा से ज्यादा नगरसेवकों को चुनकर लाने पर ध्यान केंद्रित करो। राकांपा को मजबुत करो। कभी अजीत पवार नगरपालिका चुनावों को आघाडी एक साथ मिलकर लडेगी ऐसा कहते हैं तो कभी घडी चलाओ ऐसा बोलकर दोहरी भूमिका लेते है। कार्यकर्ताओं में संभ्रम की स्थिति पैदा हो रहा है।