Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) अडानी मामले में जेपीसी की नियुक्ति को लेकर राकांपा प्रमुख शरद पवार के अलग राय जताने से महाविकास अघाड़ी में मतभेद पैदा हो गया है। कांग्रेस जेपीसी पर अटकी हुई है जबकि पवार को लगता है कि जेपीसी की मांग बेकार है। इससे कांग्रेस और एनसीपी के बीच फिर से दूरी शुरू हो गई है और बीजेपी और एनसीपी के बीच फिर से नजदीकियां शुरू हो गई हैं। बीजेपी नेता और राज्य के मंत्री चंद्रकांत पाटिल से सीधे इस बारे में पूछा गया। क्या राष्ट्रवादी कांग्रेस पर डोरे डाल रही है भाजपा? उनसे यह सवाल किया गया था। तब उन्होंने दबी जुबान में नाकारात्मक उत्तर दिया। लेकिन साथ ही यह भी भविष्यवाणी की गई कि एक दल महाविकास अघाड़ी छोड़ देगा। इसलिए चंद्रकांत के बयान की काफी चर्चा हुई है।
ऐसा नहीं लगता कि माविआ तमाम चुनाव तक एकजुट रहेंगे। तीनों एक साथ लड़ें तो भी हमें फायदा होता है और अलग-अलग लड़ें तो भी हमारा फायदा होता है। इसलिए चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वह कैसे भी चुनाव लड़ें, हमें फायदा होगा। अडानी मामले में शरद पवार ने भी पक्ष लिया था। इसके बारे में और क्या कहा जा सकता है। हम किसी पर डोरे नहीं डालेंगे। चंद्रकांत दादा ने भी एक विचारोत्तेजक बयान दिया कि भाजपा के खिलाफ लड़ना इतना आसान नहीं है।
शिंदे को लेकर हर कोई उत्सुक है
उन्होंने शिवसेना और बीजेपी के अयोध्या दौरे पर भी प्रतिक्रिया दी। अयोध्या जाने और राम के दर्शन करने जैसा कोई सुख नहीं है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक साथ अयोध्या गए हैं। मैं बाकी नहीं जानता। दोनों नेता काफी लोकप्रिय हैं। इसलिए उनकी रैली में भीड़ होगी। मैं एक साधारण मंत्री हूं। मैं जहां भी जाता हूं, सैकड़ों लोग इकट्ठा हो जाते हैं। कौन हैं एकनाथ शिंदे? दुनिया इस बारे में उत्सुक है। इतना बड़ा विद्रोह किया। इसलिए लोग उन्हें देखने के लिए उत्साह से आ रहे हैं।