Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड शहर के सभी आठ जोनल कार्यालयों के अंतर्गत 144 छोटे-बड़े नाले हैं। इन नालों की सफाई मानसून से पहले मशीनी ढंग से की जा रही है, लेकिन 31 मई की समय सीमा के भीतर नालों की सफाई पूरी नहीं हो पाई। नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि 90 फीसदी नालों की सफाई हो चुकी है। हालांकि, प्री-मानसून का काम धीमी गति से चल रहा है और मई महीना खत्म होने के बावजूद अब तक जलनिकासी का काम पूरा नहीं हो सका है।
हर साल, नगर निगम प्री-मानसून कार्य के तहत शहर में नालों, नालों, मानसून नालों और नहरों की सफाई करता है। हालाँकि, ये काम मानसून शुरू होने के बाद भी जारी रहते हैं। यह तस्वीर हाल के वर्षों की है। पिंपरी-चिंचवड़ शहर में 100 किमी की दूरी तक 2 से 11 मीटर चौड़ाई के 144 प्राकृतिक नाले हैं। ये नाले शहर में पवना, मुला और इंद्रायणी नदियों में मिलते हैं। चूँकि सभी नालियाँ खुली हैं, गंदगी, प्लास्टिक, स्क्रैप और अपशिष्ट पदार्थ इन नालियों में फेंक दिए जाते हैं। कई नागरिक घरेलू कूड़ा-कचरा इन नालियों में फेंक देते हैं। गाद जमा होने के कारण नहरें संकरी और उथली हो जाती हैं। परिणामस्वरूप, मानसून के दौरान नालों की वहन क्षमता कम हो जाती है।
बारिश का पानी बह नहीं पाने के कारण जमा होकर क्षेत्र के घरों व दुकानों में घुस जाता है। कमिश्नर शेखर सिंह ने 22 मार्च को बैठक कर मानसून के दौरान शहर में बाढ़ से बचने के लिए 31 मई से पहले जलनिकासी का काम पूरा करने का आदेश दिया था। लेकिन, समय सीमा के अंदर नालों की सफाई नहीं हुई। नगर क्षेत्र में पिछले पंद्रह दिनों में चार से पांच बार बेमौसम बारिश हो चुकी है। इससे जलनिकासी में कुछ बाधा आ रही थी। कई जगहों पर नाला भरकर पानी सड़कों पर घुटने बराबर जमा हुआ था। जनप्रतिनिधियों ने फोटो के साथ पालिका प्रशासन का ध्यानाकर्षण करवाया था। बेमौसम बारिश ने अपना ट्रेलर दिखाकर सावधान कर चुकी है। केरल में मानसून आ चुका है। 7 जून तक शहर में मानसून आने की संभावना है। जब हमको पूरी फिल्म नालों की देखने को मिलेगी। इसके बाद भी नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि 90 फीसदी नालों की सफाई हो चुकी है। प्रशासन के दावे हर बार की तरह झूठे है। कागज में ज्यादा,धारातल पर काम दिखाई पड़ते है। इस साल उम्मीद है कि बारिश समय पर होगी। इसलिए स्वास्थ्य विभाग के सामने जल्द से जल्द नाले की सफाई पूरी करने की चुनौती है।
सभी आठ क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से नाला सफाई का काम चल रहा है और अंतिम चरण में पहुंच गया है। जेसीबी,पोकलेन और स्पाइडर मशीनों से नाले की सफाई की जा रही है। अतिरिक्त आयुक्त विजयकुमार खोराटे ने बताया कि नाला सफाई से पहले और बाद की तस्वीरें ली जा रही हैं।