देहू(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने रविवार को कहा कि इस साल तुकाराम बीज समारोह के लिए केवल 50 लोगों को देहु में संत तुकाराम महाराज मंदिर में जाने की अनुमति दी जाएगी। कोविड -19 मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर रविवार सुबह से 30 मार्च की मध्यरात्रि तक गांव में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सामान्य परिस्थितियों में लाखों भक्त,ज्यादातर संत समाज हर साल मंदिर में सेवा समारोह के अवसर पर जाते हैं।
भक्तों का मानना है कि संत तुकाराम महाराज अपने अंतिम कीर्तन के समय उसी दिन स्वर्ग के लिए रवाना हुए थे। तालाबंदी के कारण समारोह पिछले साल भी प्रतिबंधों के तहत आयोजित किया गया था। पिंपरी चिंचवड़ पुलिस द्वारा प्रतिबंध की घोषणा की गई, संतसमाज के एक वरिष्ठ नेता बंडातत्या करदकर ने श्रद्धालुओं को बड़ी संख्या में देहू में आने और समारोह में भाग लेने के लिए कहा।
पुलिस ने कहा पुणे जिला कलेक्टर ने आदेश जारी किया है कि तुकाराम बीज महोत्सव कोविड के बढ़ते मामलों की पृष्ठभूमि के खिलाफ प्रतीकात्मक तरीके से मनाया जाएगा और केवल 50 लोग ही इस कार्यक्रम में शामिल हो पाएंगे। पुलिस उपायुक्त आनंद भोइटे ने आगे कहा कि वारकरी संप्रदाय के एक वरिष्ठ नेता बंडातात्या करदकर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर भक्तों से और देहू में आने के लिए एक साक्षात्कार में अपील की थी। इससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। यदि बड़ी संख्या में भक्त देहू आते हैं तो उस मण्डली के कारण कोविड का प्रसार तेजी से होने की संभावना है।
इसको ध्यान में रखते हुए पिंपरी-चिंचवड़ के पुलिस आयुक्त,संतसमाज के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा कर रहे हैं और बड़ी संख्या में भक्तों के यहां इकट्ठा न होने की अपील कर रहे है। भोइटे ने आगे कहा इस प्रक्रिया के तहत इस संप्रदाय के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक पिंपरी चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय में आयोजित की गई थी। वहां उन्होंने आश्वासन दिया कि बंडातत्या करदकर की अपील का समर्थन नहीं किया जाएगा। रविवार सुबह से 30 मार्च की मध्यरात्रि तक देहू,विठ्ठलवाड़ी,मालवाड़ी,येलवाड़ी और भंडारा पहाड़ियों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।