मुजफ्फरपुर । व्हीएसआरएस न्यूज: मिशन गुणवत्ता शिक्षा समिति मुजफ्फरपुर की ओर से प्रॉपर्टीज ऑफ ट्रैंगिल विषय पर रविवार को वेबीनार आयोजित किया गया। इसमें बिहार के कक्षा 6 से 12 के छात्र-छात्राएं व शिक्षक सम्मिलित हुए। डीईओ अब्दुस सलाम अंसारी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि जिला में शैक्षणिक विकास के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। सभी शिक्षित वर्ग से अनुरोध है कि कम से कम 10 बच्चों को शिक्षित करें।
मुख्य अतिथि पद्मश्री प्रो.एचसी वर्मा, पूर्व प्राध्यापक आइआइटी कानपुर ने बताया कि सोसाइटी के माध्यम से प्रतिभाशाली बच्चों एवं शिक्षकों को प्रशिक्षण देना एक सराहनीय कदम है। गणित को सीखने के फार्मूले को रटने की आवश्यकता नहीं है। इसे सोचने की आवश्यकता है। इस महत्वकांक्षी कार्यक्रम मे बिहार सरकार एवं प्रबुद्ध वर्ग को आगे आने की आवश्यकता है। गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए प्रशासनिक, शिक्षाविद एवं समाज सेवी की समिति बनाई जानी चाहिए। कॉलेज ऑफ कॉमर्स आट््र्स एंड साइंस पटना के प्राचार्य प्रो तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि गणित की उपयोगिता न केवल साइंस, बल्कि सामाजिक विज्ञान एवं मानव विकास के लिए भी आवश्यक है। डॉ संतोष ने त्रिकोणमिति त्रिभुज के गुनों साइंस, कोसाइन, मल्टीपल, सबमलटीपल कोणों एवं कई त्रिभुज के गुणों के प्रमेय एवं अनुप्रयोग को विस्तार से बताया। सोसाइटी के संयोजक सह संयुक्त सचिव डॉ विजय कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य बच्चों एवं शिक्षकों मे छिपी हुई प्रतिभा को खोजकर गणितीय अभिरुचि एवं रिसर्च के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का प्रयास करना है। सोसाइटी के माध्यम से प्रत्येक शनिवार एवं रविवार को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
मुजफ्फरपुर के आयोजक संजीव कुमार ने बताया कि टैलेंट सर्च टेस्ट इन मैथमेटिकस ओलम्पियाड का आयोजन 27 दिसंबर को होगा। इसके लिए 18 दिसंबर तक आवेदन किया जा सकता है। जिला समन्वयक चंदन कुमार तिवारी ने कहा कि ओलम्पियाड में ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए वेबसाइट पर किया जा सकता है। इसके अलावा ऑफलाइन आवेदन सीधे डॉ विजय कुमार संयोजक सह संयुक्त सचिव बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी, कॉलेज ऑफ कॉमर्स आट््र्स एंड साइंस पटना या जिला संयोजक/ समन्वयक मिशन गुणवत्ता शिक्षा समिति के पास जिला स्कूल मुजफ्फरपुर और सरस्वती विधा मंदिर मुजफ्फरपुर जमा कर सकते हैं। प्रो केसी सिन्हा द्वारा 23 नवंबर को अपराह्न 5 बजे से मिशन गुणवत्ता शिक्षा समिति रोहतास के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा।