गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता : गोपालगंज के सदर प्रखंड के हजियापुर वार्ड नंबर 9 निवासी शंभू दुबे के पुत्र अनिकेत दुबे ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाई है।
अनिकेत को यूपीएससी परीक्षा में 226 रैंक प्राप्त हुआ है। फिलहाल अनिकेत के घर खुशियों का माहौल है मां भाई चाचा चाची फूले नहीं समा रहे है। एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अनिकेत के अफलता का जश्न मनाया जा रहा है।
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2024 में अनिकेत द्विवेदी यादव ने 226वां रैंक प्राप्त किए है। अनिकेत की प्रारंभिक शिक्षा शहर के केंद्रीय विद्यालय से हुई थी। दसवीं तक पढ़ाई करने के बाद अनिकेत दिल्ली चले गए जहां हॉस्टल में रहकर उसने 11वीं और 12वीं तक की शिक्षा प्राप्त की।
जिसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई राजस्थान के अजमेर से की। इसके बाद उन्होंने 2023 में मेंस की परीक्षा दी जिसमें वे 20 नंबर से पीछे हो गए। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुट गए। 27 मार्च 2024 को उन्होंने साक्षात्कार दिया और वे सफल हुए।
डीएम बनने की ली थी प्रतिज्ञा
अनिकेत ने बताया की जब मैं छोटा था तब तीसरी कक्षा में पढ़ाई करता था। उस वक्त मेरी उम्र 9 से 10 साल होगी। मेरे घर के पास में ही ऑफिस कॉलोनी है, जहां से हमेशा एसपी और डीएम की गाड़ी लाल बत्ती लगे हुए पार होती थी। जिसे देखकर हमेशा पापा से पूछते थे की ये कौन है तो पापा ने बताया की ये डीएम एसपी है, जो जिले के सबसे बड़े अधिकारी है।
तुम्हें भी इन्ही के जैसा बनना है। तब से मैंने यह प्रतिज्ञा लिया की एक न एक दिन डीएम जरूर बनूंगा और पिता जी के अपना को पूरा करूंगा। कई बार स्कूल में डीएम का प्रोग्राम होता तो मैं उनके भाषण को सुनता और उससे प्रभावित होता।
परिवार को दिया सफलता का श्रेय
आज मैं अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और दादा-दादी को देना चाहता हूं। जिनके आशीर्वाद से और मार्गदर्शन से मैंने यूपीएससी क्रैक किया।
हालांकि मैं कुछ नंबर से पिछले रह गया अगर 120वां रैंक आता तो मैं आईएएस बनता, लेकिन मैं एक आईपीएस बन गया। जिससे मैं संतुष्ट हूं बावजूद ज्वाईन करूंगा और आइएएस के लिए फिर से प्रयास करता रहूंगा।
जबतक मेरा प्रयास सफल ना हो जाए। उन्होंने कहा की मुझे उम्मीद थी की मैं अंडर 100 में शामिल होने की। उन्होंने कहा कि मुझे देश की गरीब और असहायों की सेवा करना है, यहीं मेरा लक्ष्य है।मां पिता और भाई है सरकारी शिक्षक अनिकेत चार भाइयों में बड़ा है।
उनकी मां नीता देवी, पिता शंभू दुबे और भाई विजेता शिक्षक है। साथ ही एक भाई अखिलेश बीपीएससी की तैयारी कर रहा है। जबकि एक और भाई एडिशन जयपुर में बीटेक के फाइनल इयर के छात्र है। अनिकेत के सफलता पर की इस सफलता पर घर में चाचा दिनेश यादव, चाचा शेखर द्विवेदी और संजय दुबे के अलावा उनके चाची ने खुशी जताई है।