पिछले वर्ष की तुलना में 161 करोड़ अधिक आय,5,11,154 संपत्ति धारकों द्वारा भुगतान
Pcmc News पिंपरी-(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड़ मनपा के कर संग्रहण एवं कराधान विभाग ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 977 करोड़ 50 लाख रुपये का कर संग्रह किया है। पिंपरी पालिका के 41 साल के इतिहास में पहली बार यह करीब 1 हजार करोड़ के आंकड़े तक पहुंच गया है। यह कर संग्रह विभाग के लिए एक मील का पत्थर रहा है। 6 लाख 25 हजार संपत्ति धारकों में से 5 लाख 11 हजार 154 संपत्ति धारकों ने टैक्स चुका दिया है। पालिका आयुक्त एवं प्रशासक शेखर सिंह ने ईमानदार करदाताओं को कर भुगतान करने के लिए धन्यवाद दिया है।
5 लाख 11 हजार 154 करदाताओं ने टैक्स चुकाया
संपत्ति कर पिंपरी-चिंचवड़ पालिका की आय का प्रमुख स्रोत है। पालिका सीमा में 6 लाख 25 हजार संपत्तियां हैं। इनमें से 5 लाख 11 हजार 154 संपत्ति मालिकों ने अपना टैक्स चुका दिया है। कर संग्रहण एवं कराधान विभाग ने पिछले साल 816 करोड़ का टैक्स वसूला था। इस साल पालिका 161 करोड़ का अतिरिक्त टैक्स वसूलने में सफल रहा है। इस वर्ष मनपा आयुक्त व प्रशासक शेखर सिंह के मार्गदर्शन में अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप जंभाले-पाटिल, सहायक आयुक्त नीलेश देशमुख व उनकी टीम ने कर संग्रहण के लिए कड़ी मेहनत की है।
पिछले वर्ष के लिए बकाएदारों की संपत्ति जब्त करना, नल कनेक्शन काटना, बड़े बकाएदारों के नाम चालू पत्रों में प्रकाशित करना, संपत्तियों की नीलामी की प्रक्रिया, रील जैसी अनूठी प्रतियोगिताएं, शहर के व्यस्त स्थान, मुख्य चौराहे, सड़कें आदि। समय-समय पर होर्डिंग्स एवं फ्लेक्स के माध्यम से विज्ञापन प्रचार, सोशल मीडिया के माध्यम से पंपलेट, वीडियोटेप का वितरण, लाउडस्पीकर पर बकाएदारों के नामों की घोषणा, विज्ञापन प्रचार, कर संचार के माध्यम से कर बकाएदारों के बीच जन जागरूकता पैदा की गई। इससे करीब एक हजार करोड़ रुपये की टैक्स वसूली हुई है। नागरिकों को ऑनलाइन संपत्ति कर बिल के साथ-साथ संपत्ति कर संग्रहण के लिए कर भुगतान की ऑनलाइन और ऑफलाइन सुविधा भी प्रदान की गई है। संपत्ति मालिकों की विभिन्न संस्थाओं के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन कर राहत योजना, बकाया की वसूली के लिए समय-समय पर घर का दौरा, पत्र, पूर्व-जब्ती नोटिस लिया गया।
ऐतिहासिक बातें प्रमुखता से
नगर निगम के इतिहास में पहली बार 977 करोड़ की की उड़ान
दो हजार से ज्यादा संपत्तियां सील
विभाग की सम्पूर्ण सेवाएँ ऑनलाइन
पहली बार 87 फीसदी मौजूदा टैक्स वसूलने में सफल
49.36 प्रतिशत बकाया कर की वसूली में सफलता
इस माध्यम से तिजोरी लबालब
ऑनलाइन- 554 करोड़ 59 लाख
नकद – 137 करोड़ 49 लाख
चेक से- 166 करोड़ 57 लाख
ईडीसी – 13 करोड़ 81 लाख
आरटीजीएस-44 करोड़ 76 लाख
डीडी- 8 करोड़ 57 लाख
विभिन्न ऐप्स – 10 करोड़ 2 लाख
इन्फ्टी- 6 करोड़ 93 लाख
करयोग्य संपत्तियों के आँकड़े
औद्योगिक – 4 हजार 609
आवासीय- 4 लाख 42, 285
अनिवासी – 46 हजार 576
मिश्रित- 12 हजार 968
रिक्त भूमि 4 हजार 574
अन्य – 142
कुल 5 लाख 11 हजार 154
वाकड जोन से 154 करोड़ रुपए का उच्च कर संग्रह
शहर में 17 नगरपालिका कर संग्रहण क्षेत्र हैं। वाकड जोन में सबसे ज्यादा 68 हजार प्रॉपर्टी मालिकों ने 154 करोड़ 58 लाख रुपए टैक्स जमा किया है। उसके तहत सांगवी में 51 हजार 718, चिखली में 45 हजार 634, थेरगांव में 45 हजार 434, चिंचवड़ में 43 हजार 286, मेशी में 34 हजार 980, भासारी में 33 हजार 867 लोगों ने टैक्स चुकाया है। जबकि सबसे कम तलवड़े जोन में सिर्फ 8 हजार 527 प्रॉपर्टी मालिकों ने टैक्स चुकाया है।
टैक्स वसूली का बढ़ता ग्राफ
एकत्रित कर का वार्षिक ग्राफ
2018-19 : 471 करोड़
2019-20 : 480 करोड़
2020-21 : 553 करोड़
2021-22 : 628 करोड़
2022-23 : 816 करोड़
2023-24 : 977 करोड़
मनपा आयुक्त शेखर सिंह
हमें संतुष्टि है कि इस साल हम 1000 करोड़ के लक्ष्य के काफी करीब पहुंच गये हैं। मैं इसके लिए संपत्ति मालिकों को धन्यवाद देना चाहता हूं। इस वर्ष, पहली बार, सिद्धि परियोजना के माध्यम से, हमने नागरिकों को विभिन्न माध्यमों जैसे बिलों का वितरण, डेटा विश्लेषण, जन जागरूकता के लिए महान रचनात्मक, सभी सेवाओं को ऑनलाइन करने के लिए करों का भुगतान करने के लिए प्रोत्साहित किया है। यह परिणाम है। इस कर के विनियोजन का उपयोग शहर को बेहतर सतत विकास का मॉडल बनाने में किया जाएगा। वर्ष 2024-25 में सर्वेक्षण में समस्त नवीन संपत्तियों को स्कैन एवं डिजिटाइज़ कर विभाग को पूर्णतः जनोन्मुख बनाने का प्रयास किया जायेगा। साथ ही, सभी संपत्तियों की यूपीआईसी आईडी के माध्यम से सभी नगरपालिका सेवाओं को समेकित करने का प्रस्ताव भी विचाराधीन है। ऐसा पिंपरी चिंचवड मनपा आयुक्त शेखर सिंह ने कहा।
अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप जंभाले पाटिल
इस वर्ष, हमने पहली बार संपत्ति कर और जल लाइन संग्रह को एकीकृत तरीके से एकत्र करने का प्रयास किया है। परिणामस्वरूप, संपत्ति कर और जल कर दोनों में काफी वृद्धि हुई है। इसके अलावा, बड़े पैमाने पर जब्ती अभियान और इस साल जब्त संपत्तियों की पहली नीलामी प्रक्रिया से भी कर संग्रह में लाभ हुआ है। अब से पूरे साल जब्ती और नीलामी की प्रक्रिया जारी रहेगी। हम नागरिकों के सहयोग के लिए बहुत आभारी हैं। इस वर्ष हम आईजीआर, महावितरण जैसे अन्य सरकारी विभागों के डेटाबेस के साथ एकीकरण करने जा रहे हैं। इससे सेवा की गुणवत्ता सुधारने में मदद मिलेगी। ऐसा अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप जंभाले पाटिल ने कहा।