Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड़ पालिका प्रशासन को चिखली में प्रस्तावित 200 एमएलडी जल शोधन परियोजना का काम शुरू करने के लिए कार्यवाही शुरू करनी चाहिए। बीजेपी विधायक महेश लांडगे ने मांग की है कि आने वाले सालों में आबादी में बढ़ोतरी और पानी की मांग को देखते हुए प्रशासन को इसे तुरंत लागू करना चाहिए।
इस संबंध में पालिका आयुक्त एवं प्रशासक शेखर सिंह के कक्ष में बैठक हुई। इस मौके पर विधायक लांडगे ने इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की। विधायक लांडगे ने कहा कि 1997 में पिंपरी-चिंचवड़ पालिका में शामिल गांवों में बढ़ती आबादी और पानी की आवश्यकता को देखते हुए, यह सुझाव दिया गया है कि भामा आसखेड परियोजना के तहत चिखली में प्रस्तावित 200 एमएलडी जल शुद्धिकरण परियोजना का काम किया जाना चाहिए। शहर की आबादी करीब 30 लाख है। चिखली, तलवाडे, मोशी, चर्होली, दिघी, डुडुलगांव, जाधववाड़ी आदि गांवों को नगरपालिका सीमा में शामिल किया गया था। विधायक लांडगे ने एक बयान में कहा, लेकिन 2017 तक इन गांवों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ेगा। कमिश्नर शेखर सिंह ने आश्वासन दिया है कि प्रशासन इस कार्य को लेकर सकारात्मक कार्रवाई करेगा।
जल आपूर्ति सशक्तिकरण समय की मांग: विधायक लांडगे
तेजी से बढ़ते शहर पिंपरी-चिंचवड़ में जल आपूर्ति को सक्षम करना समय की मांग है, इसके लिए भाजपा शासन के दौरान आंध्र, भामा आस्केड परियोजना से 267 एमएलडी पानी आरक्षित किया गया था। जिसमें से 100 एमएलडी पानी शहर में प्रवेश कर चुका है। परिणामस्वरूप, शहर में जल आपूर्ति को सुविधाजनक बनाने में मदद मिल रही है। अगले 40 वर्षों में शहर के बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए भामा आस्केड परियोजना का काम शुरू हो गया है। अगले डेढ़ से दो साल में शहर में पानी घुस जायेगा। इसके लिए चिखली में 200 एमएलडी क्षमता की जल उपचार परियोजना प्रस्तावित है। विधायक लांडगे ने मांग की है कि इसके लिए कंसल्टेंट नियुक्त किया गया है और टेंडर प्रक्रिया लागू कर काम में तेजी लायी जाये।